ना बेखबर हूं ना होशियार अब......
बस गरज की मुताबिक है किरदार अब......।।-
पर मुझे अल्फाजों से रास्ता बना लेना है......... read more
गम दे गए हमें ज़िंदगी भर के लिए..
वो जो आए थे ज़िंदगी में कुछ पल के लिए..!!
Its amazing how temporary people leave permanent grief behind them.-
चार दिनों का इश्क़ इश्क़..
फिर अश्क अश्क रहा आंखों में..!!
हर्फ हर्फ हुआ ज़िक्र तेरा..
लफ्ज़ लफ्ज़ सिर्फ एहसासों के..!!
नज़्म नज़्म सा ठहरा तू..
जज़्ब जज़्ब मेरे जज़्बातों में..!!
लम्हा लम्हा कर गुज़रे दिन..
दिल सिसके तन्हा तन्हा रातों में..!!
रक्श रक्श करे तेरा अक्श अक्श..
जब जब मेरे खयालों में..!!
सब्ज सब्ज हो दयार ए दिल..
महके तेरी खुश्बू खुश्बू मेरी सांसों में..!!-
तुझसे बिछड़ कर मैं भला किधर जाऊंगा..
तू ही तो है सुकून मेरा..
देखना मैं धीरे धीरे तेरे बिन मर जाऊंगा..!!-
हासिल भी हो जाए मुहब्बत मगर इश्क़ ए सुरूर नहीं मिलता..
प्यार गर इकतरफा हो जाए तो फिर कहीं सुकून नहीं मिलता..!!-
Sara din guzar jata hai tukde jodne me..
Aadhi raat fir teri yaad dil tod jati hai..!!-
तेरी आंखो में कही दिखती नहीं मै, इनमें कोई और रहने लगा है न..
मेरी जान, तुम्हे जान कोई और कहने लगा है न..!!-
आरज़ू किसे है गैरों से वफा की..
मुझे तो बेवफाई भी मिले तो तुम्हीं से मिले..!!-
वफ़ा मिले या मिले दगा, परवाह किसे है..
मुहब्बत तुमसे हो गई है, अब जो है बस तुम्हीं से है..!!-
मेरी ही गली से वो गुजरता है किसी और के लिए..
सुकून मेरी बेचैनी का, बेचैन है किसी और के लिए..!!-