शाम के कुछ खाली पलो में यूहीं अकेले बैठे थे हम
मन ने कहा चलो किसी से बात की जाए
और ढूंढने निकल पड़े 150बंदे की contact list में बात करने वाले उस शक्स को
ताजुब हुई मुझे उस वक्त जब 150में से एक भी शख्स ऐसा न था जिसे अपनी फुर्सत के लम्हों में याद किया जाए....-
बंद आंखों में खुली खुली ख्वाब है,
सपने हज़ार है तो अब मेहनत भी करना लाजवाब है...-
वास्तविक सुख भविष्य की सुखात्मक योजना बनाने में नही है,
बल्कि अभी में है जहां जिंदगी है , अर्थात हम जो कर रहे है उसी में वास्तविक सुख है...-
यूं तो पहले खूब कोशिसे हुई आपको भुलाने की,
पर अब आपको याद कर गलतियों से बचते हैं...-
न कोई मुलाकात हुई, न नज़रों से बात हुई
न सामने से एक दूसरे को देखा हमने,
बस दिल ज़रा सा बावला बन कही उड़ गए,
बस कुछ घंटो एक दूसरे से तकल्लुफ भरी बाते हुई,
वैसे तो ये ज़रा सी बात थी,
पर एक दूसरे के प्यार के बंधन में इसी ज़रा सी बातों ने डाल दी...-
जो लोग मुझसे पूछते है की फुरसतों में आप क्या करते है,
अजी कुछ खास तो नही, फुरसतो में बीते लम्हों को याद कर बस कुछ बूंद आशुओ के बहा लेते है,
अजी कुछ....
जो बीत गया वो सबकुछ अब बस इतिहास है हमारे लिए,
भविष्य में फिर से इतिहास न दोहराएं आज में उसिका अभ्यास करते है
अजी कुछ…..
पहला इश्क भला किसका मुक्कमल हुआ है इस जहां में,
तो चलो आज हम भी पहले इश्क को नाकामयाब मुहब्बतो की लिस्ट में दर्ज करते है है
अजी कुछ...
गलतियां तो खुद से हुई थी की खुद से पहला इश्क न कर सके,
अब सभल गया है दिल भी तो बस खुद को जानने का सफर शुरू करते है
अजी कुछ..-
विचलित मन शांत हो जाता है...
कभी कभी मन अजीब सा विचलित होता है,
दिल करता है सब भूल call कर घंटो बाते करू तुझसे,
पर ये आत्मसम्मान और दिल की जंग में दिल हार जता है,
अतीत की सारे सच्चाई आंखों के सामने आता है,
फिर क्या एक glass पानी और गाना बस
इत्ते से हर रोज ये विचलित मन मेरा शांत हो जाता है...-