के अब तो निकल aa खुद के अंदर से,
घर में सामान की जरूरत है-
18 AUG 2024 AT 23:37
किसी को चाहो तो इतना चाहो,
किसी और को चाहने की चाहत ही ना रहे।
-
18 AUG 2024 AT 23:33
समय का भी क्या फेर हैं यार..
जितने पास थे हम आज उतने ही दूर है।
-
18 JAN 2024 AT 18:06
अब हम मिलके भी अंजान रहेंगे
जहां एक दूसरे को देखना भी
गवारा ना होगा,
अब हम चाह के भी नहीं
मिल पाएंगे ।।-