न रख पाना अगर एक फूल तो ये काम कर देना,
लगा के होंठ काग़ज से हमारे नाम कर देना।-
राधिका अवस्थी
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Joined 15 July 2017
15 APR 2021 AT 16:48
14 APR 2021 AT 20:39
आँख का पानी क्या सूखा, लिखने की आदत छूट गई
सूखती स्याही को देख कर कलम खुद ब खुद टूट गई।-
5 MAR 2021 AT 0:01
मेरे ख्यालों मे तय हुआ था कि न कभी तू मुझे मिलेगा,
यूँही कदम फिर बढ़ाए तूने, ये आज आखिर हुआ ही क्यूँ था!-
6 FEB 2021 AT 0:18
किसी के यूँही चले जाने पर अगर पीछे सौ
चीजें छूट जाती हैं तो उनमे से सबसे प्रथम हैं - सवाल !-
25 MAY 2020 AT 19:25
निगाहों से ओझल कई किरदार होंगे,
मुलाकातों के महज़ किस्से हज़ार होंगे,
न होगा मुमकिन मिल पाना उन्हीं का,
वैसे तो महफ़िल में नई, नए यार होंगे।-
16 MAY 2020 AT 18:13
हैं इश्क़ में डूबे से हम, हम इश्क़ से रूठे भी हैं
वो नाम सब मुस्कुरा दिए, कुछ इस कदर टूटे भी हैं।-
13 MAY 2020 AT 20:02
सच कहें तो खुद से भी ज़्यादा बात नहीं होती,
रहती है नाराज़गी ऐसी की बर्दाश्त नहीं होती।-
12 MAY 2020 AT 18:32
मैं कुछ और था तस्वीरों में, मेरी असलियत कुछ और थी।
हूँ जो मैं अभी, वो वो न था, वो शख़्सियत कुछ और थी।-