तबियत से टूटें है तो तबियत से खुद को जोडूगी भी
बस जनाब़ ये याद रहे दोबारा हमारी चोखट पर पनाह नामुमकिन है।।
Rashmi sonkar_-
मोहब्बत चीज़ ही ना मुराद हैं
जो इसका हो जाये समझो बेमौत मारा जाये ।।
Rashmi sonkar_-
अब मेरे दिल को तन्हाइयां रास आने लगी है
अब यहां किसी का आना जाना सख़्त मना हैं।।
Rashmi sonkar_-
अजीब है मोहब्बत
हर पल उसे सोचना
हर पल उसे खोजना,,
कभी उसे पा लेना
कभी उसे खो देना,,
मैं अजीब मेरी मोहब्ब्त
उससे भी अजीब
उसे याद करना और फिर रो देना।।
Rashmi sonkar_-
कब्र से भी गहरा होता हैं सब्र स्त्री का
कभी उसे मापने की भूल मत करना ।।
Rashmi sonkar_-
मोहब्बत की दुहाई मत दो तुम मुझे
यहीं बेवफ़ाई मेरा दिल करता न तो कब का मार देती मैं उसे।।
Rashmi sonkar_-
तेरी याद नींद आने नहीं देती
तेरी फिक्र जान जाने नहीं देती।।
Rashmi sonkar_-
इस कदर मेरे दिल को रुसवा किया है तुमने
कि मुद्दतें लगेगी मोहब्बत को यहां तक पहुंचने में!!
Rashmi sonkar_-
मेरे किताब के पन्ने पर हर lesson तुम्हारी मोहब्बत का है
अब मैं इसे starting से पढूं या last से पढूं मुकम्मल मेरा जहां तेरी मोहब्बत से है!!
Rashmi sonkar_-
ज़माने से छिपा कर दिल में बसाया था मैंने तुम्हें
अपनी चाहतों का मसीहा बनाया था मैंने तुम्हें।।
Rashmi sonkar_-