सबको अपने कुकर्म
याद रहते है ।।
यूंही नहीं संगम में
भीड़ बढ़ रही है ।।-
R.S. Maurya
(R.S. Maurya)
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तेरी यादें ही जीना सिखाती है !! वरना कौन जीता है ! मरने के बाद !!
Joined 7 April 2020
2 MAR AT 22:18
वे लोग सबसे पहले गए थे।
कुम्भ में पाप धोने ,
जो कहा करते थे,
कि हम तो नास्तिक है ।-
13 JUN 2024 AT 16:45
किन शब्दों में लिखूं तेरी कमी को ,
याद आते ही खुद को भूल जाता हु !!-
1 JAN 2024 AT 8:56
साल तो हर साल बदलता है!
पर इंसान कभी भी बदल जाता हैं!!
Happy new year-
17 APR 2023 AT 11:33
पागलो पर उम्मीद कर के
ही पागल हुआ हु!
किसी को क्या मालूम ,
कि मै कितना घायल हुआ हु!-
14 APR 2023 AT 17:29
दोस्ती से भी बढ़िया,
रिश्ता होता है "भरोसा"
हर कोई नही करता,
हर किसी से नही होता,
हर किसी पर नही होता॥-
12 JAN 2023 AT 22:33
बिन मौसम बारिस,
बिन मौसम धूप,
मजा नही है यार,
ये साल नया है,
सजा नई नही है यार,!!
मुद्दतो बाद ये हुनर आया,
अपने तो सब है,
अपना कोई नही है यार,!!-