आजादी का पर्व है,आजादी के मायने क्या है ?
क्या आजादी के मायने सिर्फ कुछ प्रतीकों तक है ?
प्रतिके बोहोत महत्पूर्ण है। लेकिन वो प्रतिक्स किन values ko carry करते हे?
उस तिरंगे 🇮🇳 को हाथ में थामकर हमारे पुरखों ने जब अपनी शहादत दी,तो उनकी आंखों में क्या सपना था ?
भगत सिंह की आंखों में, चंद्रशेखर की आखों में, तिलक की आंखों में, गांधी की आंखों में, सूभास बाबू की आंखों में क्या सपना था ?
उस सपने को जरूर याद करें।
एक ऐसा समाज बने , जहां पर अन्याय ना हो।
सबको उन्नति का रास्ता मिले,जाती के,मजहब के,भाषा के आधार पर भेद भाव ना हो।
और अपने आप से यह पूछे,मेरा देश कहांतक आजाद है?
क्या में सब तरह के पूर्वाग्रह से आजाद हूं?
क्या में सब इंसानों कि गरिमा का ख्याल रखता हूं ?
और क्या में सिर्फ जवान से नहीं,अपनी कर्मो से अपनी देश की तरक्की में हिस्सेदारी करता हूं ?
तभी यह आजादी पर्व अपने बेहतर मायने पाएगा।
आप भारतीय बनिए, आप नागरिक बनिए। 🇮🇳
Happy Independence Day 🇮🇳
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