दिन बे दिन बढ़ता ये फासला
अब जाकर मेरे पास आया है,
मायूस बैठकर थक चुका था
अब लिखने का फिर आस आया है-
🅿️R🅰️DEE🅿️ J🅰️🅰️T
(प्रदीप Jaat)
1.2k Followers · 1.3k Following
♥️Dil से पंजाबी
💪Body से हरयाणवी
🎤lenguage में मारवाड़ी चोखी बोल ल्यू सु☺️
🕺Hero💃Heroin पस... read more
💪Body से हरयाणवी
🎤lenguage में मारवाड़ी चोखी बोल ल्यू सु☺️
🕺Hero💃Heroin पस... read more
Joined 2 February 2019
7 JAN 2022 AT 10:07
14 DEC 2021 AT 21:06
तुम कॉफी की दीवानी
में चाय का शौकीन प्रिय ।।
में सीधा साधा देशी बालक
तुम हो बहुत चालक प्रिय ।।
शुरू ते आछी लागे तू ही खास मेरे
मेरे जिसे की रोज नई मुलाकात तेरे ।।
यू ही ना सक करता में तेरे पे
मैने देखे आज कल बदलते खयाल तेरे ।।-
13 DEC 2021 AT 14:07
लिखने बैठो तो,तुम
पूरी किताब लिख देते हो
यार प्यार के चक्कर मे
क्यों खुद को बर्बाद कर लेते हो ।।-
12 DEC 2021 AT 10:18
सुबह सन्देश लाई है
एक नई उमंग आयी है
सो कर उठे है हम अभी,
कुछ करने का जज्बा लाई है ।।-
1 DEC 2021 AT 16:34
जीने की दुआ दे वो हमें
दो दिन से बुखार है हमें,
तुम single ना रहे जाओ
यही चिंता रहती है हमें ।।-
29 NOV 2021 AT 13:48
जब सच सामने आया मेर,
तब देखा single होने का ये सबूत सामने आया मेरे ।।-
16 NOV 2021 AT 9:22
खाली जेब ने मुझे जब भी उदास किया
पास में पड़ी किताब को मैने और पास किया-