तू चल तो सही इन राहों पर,
तुझे मधुर राग सुनाऊं मैं ।
तू ख़्वाब न देख बंद आंखों से,
तुझे उगता सूरज दिखलाऊं मैं ।।
तुझे पता नहीं, रंज दुनियां के,
एक सैर शहर की करवाऊं मैं ।
तू समझ मौन इन रातों की,
तेरे अंदर दिया जलाऊं मैं।।
मैं तेरे पास बैठकर चुप रहूं,
तुझे सरल प्रेम समझाऊं मैं ।
तू विस्मृत कर गहन ख्वाबों को,
तुझे मधुर गीत सुनाऊं मैं।।-
Miss you Motu 🥺 waiting for you ❣️✊🤞🤞
A single rose can be my garden a sing... read more
ये खूबसूरती हैं तेरी समझ की,
वक्त को समझ पाना थोड़ा मुस्किल होता हैं।।
ये रोना-धोना, लड़ाई-झगड़ा, प्यार-मोहब्बत,
वक्त पर समझ पाना थोड़ा मुस्किल होता हैं।।-
कुछ बातें याद रखना तुम,
इन दोस्ती के पलों को याद रखना तुम।।
कुछ ख़्वाब महज़ ख़्वाब ना रह जाए,
बस इन ख्वाबों को याद रखना तुम ।।-
दस्तूर समझिए हुस्न का,
ना जी पाओगे ना मर पाओगे।।
रह जाओगे बादलों के एक कतरे की तरह,
ना गरज पाओगे ना बरस पाओगे।।
उनसे मिलने की एक तमन्ना रहेगी दिल में,
ना कह पाओगे ना रह पाओगे।।
वो जो अगर भूल बैठे तुम्हें,
ना मिल पाओगे ना खिल पाओगे।।-
दरमियां हमारे फ़िलहाल ख़ामोशी के अलावा कुछ भी नहीं,
ज़िंदगी में मायूसी के अलावा और कुछ भी तो नहीं,
कुछ बातें बस हवा में सुनाई देती हैं वक्त बे वक्त,
आख़िर उसके अलावा जिंदगी में और कुछ भी तो नहीं।।
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मैंने किताबों के बीच उसकी एक तस्वीर रखी हैं,
इसी बहाने बस थोड़ा उसे भी पढ़ लिया करता हूं।।-
तुम कुछ कहो और हम न समझे ‼️
हम कुछ कहें और तुम न समझो‼️
खैर छोड़ो बीते दिनों की बातें,
कुछ तुम ना समझे, कुछ हम ना समझे 😞-
काश वो मुझे कहीं अचानक रस्ते पर मिले,
मैं उसकी ओर वो मेरी आखों में खो जाए।।
कुछ न कहें बस बातें आंखों आंखों में हों,
काश वो जिंदगी भर के लिए मुझसे मिले ।।
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हां ख़ामोश हूं मैं, और जरूरी भी हैं।।
तेरे लिए चुप हूं, और ज़रूरी भी हैं।।
ये ऐसा खयाल हैं जो किसी को बताया भी न जाए,
हां मैं ख़ामोश ही रहूं और ज़रूरी भी हैं।।-
मैं अपनी बातों को उतार नहीं पाता डायरी के पन्नों में,
मै खयालों में भी बस तुझसे बातें करता हूं।।
ये कैसी लड़ाई हैं मेरी, खुद की खुद से,
मैं ख़ुद के सपनों में तेरे लिए लड़ा करता हूं।।
ये असर तेरा ही तो है, मैं ख़ामोश हुआ तो क्यों हुआ,
मैं तुझे खोजने की हर मुमकिन कोशिश किया करता हूं।।-