अगर आप किसी अपने के व्यक्तित्व में
कोई बदलाव लाने की ईच्छा से,
उनकी तुलना किसी तीसरे व्यक्ति से करते हैं,
तो ये परिस्थिति उस व्यक्ति के व्यक्तित्व में नहीं,
बल्कि अपने आपसी रिश्ते में बदलाव पैदा कर देता है,
किसी को बदलने के लिए किसी तीसरे व्यक्ति से
तुलना करना केवल और केवल उस व्यक्ति को
ठेस पहुंचा सकता है।
हर व्यक्ति अमूल्य व अतुल्य है,
उनकी भलाई की चेष्टा कर उनके साथ
तुलनात्मक व्यवहार ना करें।🙏-
नाराज़ दिल एक दफा माफ भी कर दे,
दिल पर ज़ख्म के निशान तो रह ही जाते हैं।
सच्चा दिल एक दफा ज़ख्मों का इलाज भी कर दे,
मगर दिल के इन घावों से लहू नहीं,
एहसास टूट कर बह ही जाते हैं।।
अक्स है, दिल का ही रिश्ता है,
अगर प्यार है तो बेहिसाब कर।
तेरे पाने की ख्वाईश से कई खूबसूरत है तेरी मोहब्बत,
पाने और खोने के खौफ़ को नकाब कर।।
तेरी चाहत से चाहत को पाने की चाहत भी गज़ब है,
ख़ामोशी से अपना असर छोड़ जाती है।
मुकम्मल हो ना हो तेरी मोहब्बत तुझे, मगर एतबार है मुझे,
सच्चा है इश्क तेरा, तेरी मोहब्बत के ये बात ज़रूर नज़र आती है।।-
और क्या क्या बयां करूं मैं शब्दों में, हाल-ए-दिल मेरा ।
जब चैन-ओ-सुकून भी बैर-ओ-भाव में लिप्त हैं मुझसे,
क्या करूं अब मेरी निंदों पर भी बस ना रहा मेरा।।
हाल और हालात क्या भी बता दूं,
ना तुम्हें मुझपे एतबार है यारों,
और ना इस बात पर कोई बस रहा अब है मेरा।।।-
अतीत की परछाईं, वर्तमान और भविष्य पर,
अपनी हल्की काली छाप छोड़ती ज़रूर है।।-
जी करता है, कुछ पल तेरे चुरा लूं,
तुझे चाहत अपनी बना कर।
मेरे जीने की तू वजह बन जाना,
मेरी सांसों में समा कर।।
आ इन लम्हों को मैं कैद कर लूं,
तुझे सीने से अपने लगा कर।।।-
तेरे नाम मैंने लिखा है।
हर एक सपना मेरे जीवन का,
तुझ संग ही तो मैंने देखा है।।
तू आहट दिल की जब-जब बनता है,
सीने में मोहब्बत का शोर-सा होता है।
ये रास्ता चाहे जहां ले जाए... मगर,
इस धड़कन का रुख बस तेरी ओर होता है।।-
ये कैसी बदसलुकी की तेरे इश्क़ ने मुझसे,
मेरी मोहब्बत, मेरे एहसास, सब धुँआ हो गए।।-
मिसाल दिया करता था वो अपने इश्क़ की
ख़ुद इश्क़ के नाम पर बेईमानी हमें क्या ख़ूब सिखा गया।-
फ़ितरत को मैं अपने दिन-ब-दिन बदलती जा रही हूँ।
न जाने
ज़िन्दगी के किस मोड़ से हो कर मैं गुज़रती जा रही हूँ।।-