सोए थे हमजब आँखें खुली मुस्कान होठो पेउसकी यादों के लिए बैठे थे हम। -
सोए थे हमजब आँखें खुली मुस्कान होठो पेउसकी यादों के लिए बैठे थे हम।
-
To sit in realm of darknessAnd feel the existence of urs, PurpleMoon... -
To sit in realm of darknessAnd feel the existence of urs, PurpleMoon...
खुद हम तलबगार रहे कहता होगा वो मुझसे नामगर उसके इकरार में हम रहे उसके जाने का डर है विह्वलपर उसके इंतज़ार में हम रहे -
खुद हम तलबगार रहे कहता होगा वो मुझसे नामगर उसके इकरार में हम रहे उसके जाने का डर है विह्वलपर उसके इंतज़ार में हम रहे
सेवा सबका धर्म यहाँ परजिसने भी इस सच को समझाकोई ना मालिक और न ही मजदूर यहाँ पर। -
सेवा सबका धर्म यहाँ परजिसने भी इस सच को समझाकोई ना मालिक और न ही मजदूर यहाँ पर।
हम लफ्जों में ना समझ पाएपर अक्सर मेरे पास ना होनाऔर बेचैनी से मुझे देखनामेरी सुनी आँखों को तकनाफिर हंस के उन्हें चूमना साथ नहीं हो सकते कहनाऔर हर इक पल संग भी होनाकैसे कर लूं इजहार प्यार काऔर हर दिन मेरी कशमकश में रहना। -
हम लफ्जों में ना समझ पाएपर अक्सर मेरे पास ना होनाऔर बेचैनी से मुझे देखनामेरी सुनी आँखों को तकनाफिर हंस के उन्हें चूमना साथ नहीं हो सकते कहनाऔर हर इक पल संग भी होनाकैसे कर लूं इजहार प्यार काऔर हर दिन मेरी कशमकश में रहना।
इस सफर में तुमसे जुड़ना थायूं कब तक संग चलेंगे हमऔर कब तक साथ रहेंगे हमये कैसे तय कर सकते थे कि कितना तुझे जीएगे हम ?और कितना प्यार करेंगे हम? -
इस सफर में तुमसे जुड़ना थायूं कब तक संग चलेंगे हमऔर कब तक साथ रहेंगे हमये कैसे तय कर सकते थे कि कितना तुझे जीएगे हम ?और कितना प्यार करेंगे हम?
मन का हर एक कोना तेरी यादों से है पुलकितमेरी सपनों का रुप सलोनाले जा संग मेरी हर ख्वाहिस तुम बिन इनका क्या मुझको करना। -
मन का हर एक कोना तेरी यादों से है पुलकितमेरी सपनों का रुप सलोनाले जा संग मेरी हर ख्वाहिस तुम बिन इनका क्या मुझको करना।
Nothing but looked so lovinglyTo think about only you and ur mysterious silence. -
Nothing but looked so lovinglyTo think about only you and ur mysterious silence.
है बेचैन बहुत ये दिल इसे कैसे समझाये मेरे रोम रोम में अब तू है ये मन को कैसे बतायें -
है बेचैन बहुत ये दिल इसे कैसे समझाये मेरे रोम रोम में अब तू है ये मन को कैसे बतायें
मुझे ये सबब दे जाती है कितनी भी कर लू मैं कोशिशेंये तेरी आशिकी ना मुझसेछूट पाती है। -
मुझे ये सबब दे जाती है कितनी भी कर लू मैं कोशिशेंये तेरी आशिकी ना मुझसेछूट पाती है।