21 JUL 2017 AT 17:07


वक्त के पैमाने में
गफलतें हैं उलझने हैं,
ठहराव हैं,बिखराव हैं,
कदमों तले ख्वाब हैं
नयनों में उतरे बहाव हैं,
चन्द उम्मीदों की चाँदनी
उतरी है उदास मन में तो,
तूफानों में छुपे रिश्तों
के ख्याल हैं,
जिंदगी तेरे पहलू में रख
दिए मैंने अब सारे
सवाल और जवाब हैं,,,purnima

- Jaahnashien