20 SEP 2017 AT 20:07

नज़रें तुझसे यूँ
मिली,मौसम पर
नशा छा गया,
गुनगुनाने लगे गुलाब,
फ़िज़ाओं में शबाब
छा गया,,,purnima

- Jaahnashien