कदम कदम पर जिसका साथ दिया
उसने ही रंग दिखाया है।
जिस जिस को मैं अपना समझा,
उसने ही मुझे बहुत रुलाया है।-
मीठा मीठा बोल कर,
वो जहर का काम करते रहे,
जिनको अच्छा बनाने के लिए दिन रात मेहनत किये,
वो हमी को बदनाम करते रहे-
अगर उसके नाकाम कहने से मै नाकाम हो जाता
तो मै जिंदा रह के भी जिंदा नहीं रहता,
मेरा काम उसी दिन तमाम हो जाता-
लिखा तो बहुत कुछ पर बोलने से डरता रहा
उसकी बेरुखी मत पूछो जनाब,
वो किसी और पे मारती रही और मै उसपे मारता रहा-
मेरे या किसी और के मानने ना मानने से क्या होता है
सच तो यही है जो अच्छा करता है वही अच्छा होता है-
समंदर क्या चीज है आसमान भी छोटा पड़ने वाला है
पंख निकल गया है परिंदे का,
अब हर जगह उड़ने वाला है-
किस हुस्न की जाल में फंसे हो शायर
जो हुआ तुम्हारे साथ वो तुम्हारे लिए काफी है
निकालो उस मोह कि जाल से और देखो
देखने को अभी पूरा संसार बाकी है
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कि अब किस्से खत्म हो गए सारे,
पर हम आजाद ना हुए, उनकी यादों के रिहाई से
कि आशिक़ मारता रहा इश्क मे उनके पल पल
पर वो बाज ना आए अपने बेहयाई से।-
बात एहसास की होती है जनाब
किसी को कम उम्र में ही हो जाती है
तो किसी को कभी नहीं होती।-
दिल तुम्हें देख कर
सुकून की सांसे लेता है
तुम्हारे लिए प्यार बहुत है इसमें
किसी और को भाव भी नहीं देता है-