Puneet Balaji   (पुनीत बालाजी ✍️)
597 Followers · 1.0k Following

read more
Joined 3 March 2018


read more
Joined 3 March 2018
22 JAN 2022 AT 20:50

तेरा मुझपे ये ऐहसान रहे
तू इंसान है, तू इंसान रहे

-


18 MAY 2021 AT 17:05

जीवन की देहरी पर
समय की सुइयां ठहरी हैं
बाहर मौत का पहरा है
और रात घनेरी है
ना शक-ओ-शुबह तू रखना
पास दवा-दुआ तू रखना
वक़्त का तक़ाज़ा है
सांसों पे मुखौटा रखना
मगर ये दौर भी जाएगा
और वो दौर भी आएगा
मातम-ज़दा ये मौसम
फिर से खिलखिलाएगा
और हम भी खुलके फिर से
जीभर सांस लिया करेंगे
अभी तो जान बचा लो यारों
कभी हम फिर से जिया करेंगे...

-


2 MAY 2021 AT 15:04

ज़िंदगी बुलबुले सी
क्या पता कब ये बुलबुला फूटे
फिर काहे को इक-दूजे से रूठे
ना मन में मैल रखिए
ना मिज़ाज में मलाल रखिए
खुद भी निहाल रहिए
औरों को भी निहाल रखिए

-


28 NOV 2020 AT 13:15

कुछ लोग काम करने में लगे रहते हैं
कुछ लोग काम करने वालों को
नाकाम करने में लगे रहते हैं
कुछ लोग नाम करने में लगे रहते हैं
कुछ लोग नाम करने वालों को
बदनाम करने में लगे रहते हैं
कुछ लोग हैं जो कारनामें करते हैं
कुछ लोग ऐसे हैं जो कांड करते हैं

-


27 NOV 2020 AT 16:46

अनाज उगाने वालों ने आवाज़ उठाई है
ये किसान बनाम हुक्मरान की लड़ाई है
एक तरफ है सत्ता, एक तरफ है खेत
और दोनों के बीच में एक गहरी खाई है
अनाज उगाने वालों ने आवाज़ उठाई है

-


26 NOV 2020 AT 15:36

क्या पाया, क्या खोया
साँसें रही तो अब्र ओढ़के सोया
ना रही तो कब्र ओढ़के सोया
यहीं पाया, यहीं खोया
जो पाया, वही खोया

-


25 NOV 2020 AT 11:57

मील के पत्थरों से एक राब्ता यूं निभा लिया
मैंने रास्तों को ही अपनी मंज़िल बना लिया

-


8 NOV 2020 AT 21:47

हक़ीक़त से यूं भाग नहीं सकता
क्या अंधा क़ानून
आंख से पट्टी उठाकर
एक झलक झांक नहीं सकता!!!

-


7 NOV 2020 AT 16:48

भले ही मत समझो
मगर मत ग़लत समझो
मैं तो आदत मानूं उसे
तुम चाहो तो लत समझो
वो समझना भी ना समझना
जो ना शत-प्रतिशत समझो

-


4 NOV 2020 AT 18:54


छलनी से यूं देखा उसने
के' छलनी हम हो गए

-


Fetching Puneet Balaji Quotes