Pulkit Maheshwari   (Booknerdpulkit)
202 Followers · 43 Following

Doped in life and love❤❤❤❤
Joined 1 December 2018


Doped in life and love❤❤❤❤
Joined 1 December 2018
23 HOURS AGO

समय इस संसार की सबसे विचित्र
लेकिन सबसे यथार्थ चीज है,
ये एक होकर भी एक नहीं है
संपूर्ण होकर भी अधूरेपन से परिपूर्ण है,
एक प्रेमी के लिये ये कैद है
अपनी प्रेमिका के साथ में,
एक कवि के लिये ये कैद है
रचना करने की अवस्था में,
कोई खोया है
भविष्य की परिकल्पनाओं में,
कोई इंतजार कर रहा है
सब-कुछ छोड़ सकने वाले क्षण का,
अपने भीतर छुपाये समय को
सभी जीना चाहते हैं बार-बार,
शायद समय की तृष्णा ही
मनुष्य के मूल में छुपी विडम्बना है।

-


6 MAY AT 9:44

शायद मेरी कविताओं का
अभी और अधिक मौन होना बाकी है,
सीखना है शायद अभी प्रेम मुझे
अभी कुछ दूरियां तय करना बाकी है,
उम्मीद करता रहा लोग पहचाने मेरे प्रेम को
शायद मुझमें अभी अहंकार बाकी है,
छूटा है बहुत कुछ मुझसे
शायद अभी और भी कुछ छूटना बाकी है।

-


5 MAY AT 9:13

जब किसी से कहा ही ना हो कभी
कि क्या महसूस करते हो,
जब अपने हर भाव को
भीतर ही दफ़नाने की आदत हो जाये,
तब जरूरत होती है कि
कोई तुम्हारी ख़ामोशी को पढ़ पाये,
शिकायत ना करे
बस साथ आकर बैठ जाये,
कुछ सिखाये ना, कोई दावा ना करे,
जैसे हो वैसे स्वीकार कर बस ठहर जाये।

-


4 MAY AT 18:15

अधरों को छूने एक बयार आयी
मानो मुझे लेने खुदा की खुदाई आयी,
ये अदना अदीब़ आब़िद है उस फ़रोज़ां‌ का
जिसने इस अफ़ाक की आमद-ओ-रफ़्त में
इस आम के लिये पलकें बिछायी,
पिलाकर अपनी मोहब्बत का आमेजिश़
मेरी आबे-दीदाह मिटाई,
मैं शुक्रगुजार हूं उस खुदा का
जिसने उस अख़्तर से आरिज करा
मेरे इंतज़ार की अख़िरात कराई।

-


4 MAY AT 9:14

परिभाषाओं और सीमाओं के परे
करने देना होता है उन्हें प्यार
जो डूब जाते हैं इस कदर कि
तुम्हारी सीरत से इश्क हो जाता है,
वे पार नहीं जाना चाहते
ना ही तुम्हें कहीं ले जाना चाहते हैं,
वे तो बस खामोशी से हो जाना चाहते हैं
तुम्हारी जिंदगी में सुकून भरा कोना,
उन्हें रहने देना होता है जहन में कि
बिना दस्तक दिये आती रहे मुस्कान,
चलती रहे जिंदगी और
टूटता रहे असुरक्षाओं का‌ मायाजाल।

-


3 MAY AT 20:15

कितना अजीब है
अपने भीतर गुम होने की
आदत पड़ने के बाद
दरवाजे पर जोर की ठक-ठक से
गहरी नींद का टूटना
और कुछ देर समझ ही ना आना
कि ये कौनसा समय हुआ,
फिर धीरे-धीरे
असुरक्षाओं का‌ सतह‌ पर‌ आना
और उस ठक-ठक को
अनसुना करने के लिये
हर संभव कोशिश करना।

-


3 MAY AT 9:11

मैं स्वीकार चुका था बहुत अरसा पहले ही
कि तुम्हारी दुनिया में मेरी कोई जगह नहीं
पर फिर भी शायद चुरा लेना चाहता था
समय के मरुस्थल से आत्मीयता के कुछ क्षण
ताकि तुम्हारे ना होने पर भी
जीता रहूं तुम्हारे साथ बेवक्त,
शायद उस चोरी ने ही बनाया है
मुझे समय का अपराधी,
कि मेरे पैरों में है तुम्हारी यादों की बेड़ियां
और मैं हूं आजीवन के लिये तुम्हारा कर्जदार।

-


2 MAY AT 21:11

ये जो एक जगह ठहर जाने की ललक है,
कहीं शून्य में गुम हो जाने की चमक है,
इन दोनों के मध्य कहीं फंसा हूं मैं
स्वयं की तलाश में,
पर जब ठहरता हूं तो
महत्वहीन हो जाता हूं
और जब गुम होता हूं तो
सबको याद आता हूं,
इन्हीं विडम्बनाओं के बीच
बिजली के तार से लटकी पतंग सा हूं मैं।

-


2 MAY AT 8:50

अप्रैल सिखाता है
खुद को तैयार करना
चीजों को जाने देने के लिये
ताकि तुम कर सको स्वागत
पतझड़ का
क्योंकि जीवन में
दर्द आया ही इसीलिए
कि तुमने छोड़ा नहीं चीजों को
जब समय सही था।

-


1 MAY AT 17:15

Sharp
Like the shards
Of a broken glass
And makes you bleed
Everytime
You touch them
In hope of finding
The lost warmth!

-


Fetching Pulkit Maheshwari Quotes