We meet after 5 years, She looked at me and turned her face, I did not even call her from behind, just like this we said goodbye to our remaining friendship, That's how we said goodbye to each other.
झुक जाओ जो हर बार रिश्तों की खातिर वही रिश्ते आपको गिरने पर मजबूर कर देते हैं, आपको खुद के ही नजरों में कोई वजूद न रखते हैं शायद इसलिए अपने स्वाभिमान की खातिर जिद भी जरूरी है अपने अधिकार को पाने की खातिर थोड़ी जिद भी जरूरी है।
लोग यूँही बड़ी बड़ी बात कह जाते हैं, मगर कितना वक्त लगता है छोटी छोटी बातों को समझने में, खुद को समझने में, खुद को तलाशने में बस यूँही कभी-कभी कुछ बेकार के खयाल परेशान करते हैं, एक वक्त बाद उन्हीं बातों को सोच कर हँसी आती है क्यूँ बेवजह परेशान थे ये खयाल आता है और फिर धीरे-धीरे सब सम्भल जाता है धीरे-धीरे सब सम्भल जाता है ।