मुझ में थोड़ी सी जगह भी नहीं नफ़रत के लिए मैं तो हर वक़्त मोहब्बत से भरी रहतीहूँ| -
मुझ में थोड़ी सी जगह भी नहीं नफ़रत के लिए मैं तो हर वक़्त मोहब्बत से भरी रहतीहूँ|
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मनुष्य की गरिमा यही , गौरव यही कि वह अपने से ऊपर उठने का प्रयास करता है। सिर्फ़ मनुष्य ही है, जो अपना अतिक्रमण कर सकता है ! -
मनुष्य की गरिमा यही , गौरव यही कि वह अपने से ऊपर उठने का प्रयास करता है। सिर्फ़ मनुष्य ही है, जो अपना अतिक्रमण कर सकता है !
बाहर भी वैसे रहो, जैसे अंदर हो ,, मैं पूछता हूं, कैसे संभव है,? भीतर तुम एक अपार सागर हो, अनंत आकाश। बाहर सीमित्ताओ और दोसो के साथ एक साधारण व्यक्ति,! -
बाहर भी वैसे रहो, जैसे अंदर हो ,, मैं पूछता हूं, कैसे संभव है,? भीतर तुम एक अपार सागर हो, अनंत आकाश। बाहर सीमित्ताओ और दोसो के साथ एक साधारण व्यक्ति,!
जब धूप बिछाए फूल बिछौनादिन बसंत के आ गए, हंसे खेत खपरेलएक हसीं में घुल गया , मन का सारा मैल।। दूर दूर तक बिछ गई, सरसों मीलों मीलधीरे धीरे बस गई, यादों की तहसील।।कैसे रहे किताब में ,हम मोर मयूर के पंख। -
जब धूप बिछाए फूल बिछौनादिन बसंत के आ गए, हंसे खेत खपरेलएक हसीं में घुल गया , मन का सारा मैल।। दूर दूर तक बिछ गई, सरसों मीलों मीलधीरे धीरे बस गई, यादों की तहसील।।कैसे रहे किताब में ,हम मोर मयूर के पंख।
बीते पन्ने बंद करो, उम्मीदों की नई किताब खोलो, 2024 सपनों की उड़ान ले, हर मुश्किल को आसान करो! -
बीते पन्ने बंद करो, उम्मीदों की नई किताब खोलो, 2024 सपनों की उड़ान ले, हर मुश्किल को आसान करो!
अपने उत्सवी समारोहो में हम यह भूल जाते है कि हमारे बच्चे हमारी करनी का बोझ उठाएंगे..... युद्ध के रूप में;अकाल, भूख भय, अकेलापन और जलवायु परिवर्तन के रूप में! -
अपने उत्सवी समारोहो में हम यह भूल जाते है कि हमारे बच्चे हमारी करनी का बोझ उठाएंगे..... युद्ध के रूप में;अकाल, भूख भय, अकेलापन और जलवायु परिवर्तन के रूप में!
When a girl cries,it is not usually over one thing..... -
When a girl cries,it is not usually over one thing.....
हमदम तो साथ चलते है रास्ते तो बेवफ़ा बदलते है, तेरा चेहरा है जब से आँखो मे मेरी आँखों से लोग जलते है।। -
हमदम तो साथ चलते है रास्ते तो बेवफ़ा बदलते है, तेरा चेहरा है जब से आँखो मे मेरी आँखों से लोग जलते है।।
यह तेरी मेहनत और लगन का परिणाम है,आज सबकी नजरों में तेरे लिए सम्मान है। -
यह तेरी मेहनत और लगन का परिणाम है,आज सबकी नजरों में तेरे लिए सम्मान है।
प्यार एक ज़िस्म के साज़ पर बजती गूँज नहीं हैन मन्दिर की आरती है न पूजा हैप्यार नफा है न लालच हैन कोई लाभ न हानि कोईप्यार हेलान हैं न एहसान है. -
प्यार एक ज़िस्म के साज़ पर बजती गूँज नहीं हैन मन्दिर की आरती है न पूजा हैप्यार नफा है न लालच हैन कोई लाभ न हानि कोईप्यार हेलान हैं न एहसान है.