उम्मीदें निराश करती हैं इंसानों को,
और तटस्थ भावनाएं हो जाती हैं।-
Puja Kumari
(धानी✒)
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नज़र को डालें आप यहां भी ..मेरे एहसास मेरी लेखनी है जहाँ.. 😊
अनुभव और अनुभूति का संगम ह... read more
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Joined 27 June 2018
19 APR AT 22:11
वो जो जा चुका है ज़िंदगी से,
ज़िंदगी से जाता भी नहीं।
वो है नहीं नज़र-ए-हिसार में, मगर
उसके सिवा कुछ नज़र आता भी नहीं।-
10 APR AT 19:57
ज़िंदगी में कोई इतना भी ज़रूरी न हो
कि सांसों का आना जाना बस रवायत सा लगे।-
7 APR AT 21:43
इक उम्र लगाई है तेरी यादें समेटने को,
इक उम्र गुज़र जाएगी, तेरी यादों संग जीने में।-
24 MAR AT 20:27
मैंने जब भी खुद को बदला है
तेरी यादों से निजात की खातिर,
फिर खुद ही भटकी हूं
खुद की ज़ात की खातिर।-
28 JAN AT 21:51
बहाने दूं तुम्हें मैं गर तो क्या तुम कर ये पाओगे,
जो मुद्दत बाद भी मिलो, गले फिर भी लगाओगे ?
सुना करते थे जिस तरह मेरी हर बात को तुम,
सुनना मैं जो चाहूं , क्या तुम मुझे सुनाओगे?
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