“Losers have goals.
Winners have systems.”
Scott Adams-
चल फिर शुरू से शुरुआत करेंगें, लड़ना ही है लड़ने से थोड़े डरेंगे,................................................................................. है नहीं आज हौंसला पर खुदसे बात करेंगे...✍
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लिखता हूं तेरे लिए पर तू पढ़ ना ले ये डर रहता है, साथ नहीं है तू लेकिन ख्यालों में हर पहर रहता है।
खुश है तू उदास तो नहीं? कौन है वो कोई खास तो नहीं? इन ही सवालों में उलझा ये पथिक तुझसे दूर पर तेरे पास रहता है।।-
कल जब समा बंधेगा तो करेंगे बातें,
कुछ तेरे आज की कुछ मेरे आज की।
कभी थी जो दर्मियां तेरे-मेरे,
क्या होती है वो अब भी बातें प्यार की।।
कल जब समा बंधेगा तो करेंगे बातें...✍️-
दूरियां तो महज़ फ़ासले है, मैंने चार दीवारों में अनजानों को साथ रहते देखा है।
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तेरी आंखों में है जो, अल्फ़ाज़ों में वो बताती क्यूं नहीं,
बातें है जो दिल में तेरे, वो दिल को मेरे समझाती क्यूं नहीं,
तू नजरों से है कहती जो आजकल,
कहानी वो जुबां पे लाती क्यूं नहीं।-
चल शुरू से शुरुआत करते है, आज कुछ नई बात करते है,
पल जो गुजारे थे महफिल मैं यारों की, छोड़ प्यार व्यार के वो वादे, अब उनको याद करते है।-
अब जब तेरा मेरा वास्ता नहीं, तेरे घर जाता मेरा रास्ता नहीं। तो मेरे सामने है रहता मायूस क्यूं जब खुश है तू दुनिया बनाकर नई? ऐसे सवाल तो है कही...
पर मैं क्यों पूछूं की तेरे बदलते चेहरों का राज़ क्या है?
तेरा कल तो मैं था, तेरा आज क्या है?
मैं क्यों पूछूं...-
तुम मुझे बेशक बेवकूफ़ बता सकते हो,
मैने हज़ारों यादें संजोई थी, एक दिन यूं मिटाने के लिऐ।-
चल आज जाज्बात लिखता हूं,
दिल में मेरे है जो वो राज़ लिखता हूं,
जब थी तू साथ तो श्यार नहीं था,
तेरे जाने के बाद तेरी याद लिखता हूं।-