" गुणाः पूजास्थानं गुणिषु न च लिंगं न च वयः "

अर्थात्- पूजा ( सम्मान ) के योग्य व्यक्ति के गुण होते हैं , न कि लिंग ( स्त्री- पुरुष ) भेद से या उम्र भेद से सम्मान के योग्य होते हैं ।



🙏 सुप्रभातम् 🙏

- ~ प्रणयः