प्रणयः त्रिपाठी   (~ प्रणयः)
66 Followers · 29 Following

माफ करना हूँ बेबकूफ गलती करता रहता हूँ 😂
@dil.ki.awaj.98 on Instagram
Joined 16 March 2019


माफ करना हूँ बेबकूफ गलती करता रहता हूँ 😂
@dil.ki.awaj.98 on Instagram
Joined 16 March 2019

ध्वजा पताका लहराये नित्
धरणी और गगन तल में
सदा कामना करता हूँ सत्
जन्म मिले भारत तल में

~ प्रणयः

-



*भजन*
"ज़रा आ शरण मेरे राम की"

ज़रा आ शरण मेरे राम की, मेरा राम करुणा निधान है
घट घट में है वही रम रहा, वही जगत का भगवान है

भक्ति में उसकी तू हो मगन, उसे पाने की तू लगा लगन
तेरे पाप सब धूल जाएंगे, प्रभु नाम ऐसा महान है
ज़रा आ शरण मेरे राम की...

लिया आसरा जिन नाम का, वही बन गया प्रभु राम का
जिस नाम से पत्थर तरे, उससे तेरा तरना आसान है
ज़रा आ शरण मेरे राम की...

तेरी दासी कबसे पुकारती, तेरे द्वार अरज गुजारती
मत भूल जाना हे प्रभु तेरी दासी बड़ी अनजान है
ज़रा आ शरण मेरे राम की...

~ प्रणयः

-



*भजन *
" भज मन रामं महा अभिरामम् "

भज मन रामं महा अभिरामम् ।
अस्ति भाति शुचि प्रियस्वरूपम् ।।
त्रिगुणातीतं चैतन्य रूपम् ।
जगदाधारं जगद् विरामम् ॥१॥

भज मन रामं महा अभिरामम् ।
शक्तिमयं पुरूषोत्तम ईशम्।।
भक्त-वत्सलं श्री जगदीशम् ।
पूर्ण पुरूषं पूर्ण कामम् ॥२॥

~ प्रणयः

-



*भजन*
राम, अब ऐसा वर मैं पाऊँ

    राम, अब ऐसा वर मैं पाऊँ ॥

दया दान दो परम देव जी,
    वरदा दृष्टि पसारो । 
देव द्वार का जिस से सदा मैं,
    दासानुदास कहाऊँ ॥१॥

ध्रुव धारणा धारूं तुझ में,
   आशा एक भरोसा ।
अचल चूल वत निश्चल निश्चय,
   परा प्रीति उर लाऊँ ॥२॥ 

एक भक्ति हो भगवन तेरी,
   दूसरा देव न देखूं ।
राम नाम में लगन लगा कर,
   दुविधा दूर भगाऊँ ॥३॥

~ प्रणयः

-



* भजन *
अपने पथ पर आप चलाओ

अपने पथ पर आप चलाओ,
पथ पतन ना पाऊँ मैं ॥

पावन पथ है परम प्रभु तेरा,
उस से पैर हटे न मेरा ।
पर पंथों की पगडंडी पर,
स्वपनों में भी न जाउँ मैं ॥१॥

तेरे पथ का पथिक मैं प्राणी,
संशय वश न पाउँ हानि ।
पग पग पर डग मग न डोलूं,
प्रेम प्रबल उर लाउँ मैं ॥२॥

~ प्रणयः

-



*भजन*
अब मैं ने रसना का फल पाया

 अब मैं ने रसना का फल पाया,
  अब मैं ने रसना का फल पाया ।
भाव चाव से राम राम जप,
    अपना आप जगाया ॥१॥

राम राम की ध्वनि लगन में,
    लव लीनता ला कर । 
राम नाम मधुरतम जप कर,
    जीवन सफल बनाया ॥२॥

राम नाम रस चख रसना ने,
    रस सरसानी हो कर । 
सभी रसों का सार सुधा सम,
    राम प्रेम बसाया ॥३॥

राम नाम विलसे रसना पर,
    निश दिन साँझ सवेरे । 
चलते फिरते सोते जगते,
    सनी नाम से काया ॥४॥

भले भाव भीतर भर आये,
    भक्ति भाव उमड़ाया । 
चम चम चमकी चित्त चारूता,
    निश्चय चांद चढ़ आया ॥५॥

~ प्रणयः

-



*भजन*
अब मुझे राम भरोसा तेरा

अब मुझे राम भरोसा तेरा ॥

मधुर महारस नाम पान कर,
मुदित हुआ मन मेरा ॥१॥

दीपक नाम जगा जब भीतर,
मिटा अज्ञान अन्धेरा ॥२॥

निशा निराशा दूर हुई सब,
आई शांत सबेरा ॥३॥

~ प्रणयः

-



*भजन*
अपने पथ पर आप चलाओ

अपने पथ पर आप चलाओ,
पथ पतन ना पाऊँ मैं ॥

पावन पथ है परम प्रभु तेरा,
उस से पैर हटे न मेरा ।
पर पंथों की पगडंडी पर,
स्वपनों में भी न जाउँ मैं ॥१॥

तेरे पथ का पथिक मैं प्राणी,
संशय वश न पाउँ हानि ।
पग पग पर डग मग न डोलूं,
प्रेम प्रबल उर लाउँ मैं ॥२॥

~ प्रणयः

-



*भजन*
राम नाम लौ लागी

राम नाम लौ लागी ।
अब मोहे राम नाम लौ लागी ॥

उदय हुआ शुभ भाग्य का भानु,
भक्ति भवानी जागी ॥१॥

मिट गये संशय भव भय भारे,
भ्रांति भूल भी भागी ॥२॥

पाप हरण श्री राम चरण का,
मन बन गया अनुरागी ॥३॥

~ प्रणयः

-



*भजन*
जगन्मात जगदम्बे तेरे जयकारे

जगन्मात जगदम्बे तेरे जयकारे ।

तू शक्ति भगवती भवानी । 
महिमामयी महामाया बखानी ।
    विश्व रचे पाले संहारे ॥१॥

शांति करी मंगल सुख रूपा । 
तू वरदा है दिव्य अनूपा ।
    शरणागत के काज संवारे ॥२॥ 

निज जन त्राण-परायण देवी । 
असुर हरि दुर्गा सुर सेवी । 
    श्री लक्ष्मी जन तुझे पुकारे ॥३॥

~ प्रणयः

-


Fetching प्रणयः त्रिपाठी Quotes