जय-जय-जय हे वीणा पाणी !
शिव कल्याणी मातु भवानी !
तुम माहारानी सप्त सुरों की -
वेदों ने भी महिमा न जानी !

प्रमिला श्री

- प्रमिला श्री तिवारी