भारत हमेशा ऐसा देश रहना चाहिए जहाँ सभी धर्मों के अनुयायी बिना हिंसा और राजनीति के सद्भाव से रहें। गाँधी जी ने इस सद्भावना की कीमत अपनी जान से चुकाई थी। यह देश अगर किसी एक धर्म का हो गया तो ये भारत ही नहीं रहेगा।

- Pragya Mishra 'पद्मजा'