ये भी एक तमाशा हैं बाज़ार-ए-उल्फत में,दिल किसी का हैं और बस किसी और का चलता हैं । -
ये भी एक तमाशा हैं बाज़ार-ए-उल्फत में,दिल किसी का हैं और बस किसी और का चलता हैं ।
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इश्क के पनाह में जाकर,बर्बाद ना होने का ख्वाब भीहमारा इनसे ही था । -
इश्क के पनाह में जाकर,बर्बाद ना होने का ख्वाब भीहमारा इनसे ही था ।
उसे हर पल बदलता देख कर,एक दिन हम अपनी ही मोहोब्बत से मुकर गए । -
उसे हर पल बदलता देख कर,एक दिन हम अपनी ही मोहोब्बत से मुकर गए ।
बिछड़ कर क्या लौटेगी वो,जो साथ होकर भी मेरी नहीं थी । -
बिछड़ कर क्या लौटेगी वो,जो साथ होकर भी मेरी नहीं थी ।
दूरियों का एहसास तब हुआ,जब मैंने कहा मैं ठीक हूं,और उसने मान लिया ! -
दूरियों का एहसास तब हुआ,जब मैंने कहा मैं ठीक हूं,और उसने मान लिया !
जाम का नाम तो यारों ने लिया था,वरना नशा तो मुझे उनकी आंखों से था । -
जाम का नाम तो यारों ने लिया था,वरना नशा तो मुझे उनकी आंखों से था ।
अक्सर बेचैन सी रातों में बहुत रोया हूं मैं,फिर कई दफा यूं ही रोते रोते थक सोया हूं मैं । -
अक्सर बेचैन सी रातों में बहुत रोया हूं मैं,फिर कई दफा यूं ही रोते रोते थक सोया हूं मैं ।
महसूस भी नहीं हुई उसे तकलीफ़ मेरी,जो कहती थी बहुत अच्छे से जानती हूं तुम्हे । -
महसूस भी नहीं हुई उसे तकलीफ़ मेरी,जो कहती थी बहुत अच्छे से जानती हूं तुम्हे ।
उसूल के तो पक्के हो तुम फिर भी ये नहीं पता,बेवफाई के बाद मेहबूब का हाल नहीं पूछते । -
उसूल के तो पक्के हो तुम फिर भी ये नहीं पता,बेवफाई के बाद मेहबूब का हाल नहीं पूछते ।
एक पूरे दिन के बाद जब रात होती हैं,तब जा के उनसे कभी बात होती हैं । -
एक पूरे दिन के बाद जब रात होती हैं,तब जा के उनसे कभी बात होती हैं ।