मेरे घर की चौखट के आजू बाजू हल्दी से रंगे
उसकी हथेलियों के कुछ निशान हैं
पूजा में मग्न वो जमाने भर की रस्में निभाती है
मगर मेरे लिए तो एक वही भगवान हैं-
Priyanshu Kumawat
(विस्मृत ☘)
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Joined 20 December 2018
17 MAR 2023 AT 21:10
20 SEP 2021 AT 19:56
दिल न हार जाऊ कहीं तेरा
एक इसी शर्त¹ मे तुझसे लगी हर शर्त² हार जाता हुँ
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1 AUG 2021 AT 12:34
ऐसे तो बहुत बोलता हूँ मैं,
पर बात जब दोस्ती कि आती हैं तो
नि:शब्द हो जाता हूँ मैं-
30 MAR 2020 AT 17:17
सफर मे हू मैं और मुझमे तु समाई हैं
ये दुनियाँ बहोत बुरी है मगर तू तो मेरी परछाई हैं।-