आज वो दिन है,
जिसे शब्दोंं में बयां नहीं कर सकती
कितना प्यार है इस दिन से
ये मैं तुम्हें बता नहीं सकती।
खुदा का दिया वो तोहफा हो तुम
जो हर हाल मे मुझे कुबूल है,
जो ज़िन्दगी सौगात मे अगर जन्नत भी मिले ना
तो तुम्हारे बिना वो फिजुल है।
जो ना रहो तो चाहत सी होती है
अगर पास रहो तो राहत सी होती है
तुमसे जुड़ के आज वो समां बना है,
जहां हर पल तुम्हारी आदत सी लगती है।
ये नशा क्या चीज़ है ,मैं नहीं जानती
बस चढ़ के कभी ना उतरे वो फितूर हो तुम,
जो भी हो जैसे भी हो,
मेरी तो किस्मत का कोहिनूर हो तुम।
क्या बोलूँ कितना बोलूँ
जो भी बोलूँ कम परे
उम्र अगर हमारी लम्बी हो
तो खुदा तुम्हें मेरे बराबर करें,
जब तक जिए हम साथ रहे
चाहे ज़िन्दगी जैसी भी हो,
हर हाल में हम खुशहाल रहे
जहां तुम मुझे प्यार करो
और हम तुम्हारी देखभाल करें।।।-
" तालाश "
हमने कभी किसी से नफ़रत नहीं किया
फिर सभी से मुझे प्यार क्यूं नहीं मिला
इस बात कि तालाश है मुझे!!!!
हमने कभी किसी को अनजाने मे भी चोट नहीं पहुचाई
फिर किसी ने मेरी घावों पर मरहम क्यूँ नहीं लगाया ,
इस बात कि तालाश है मुझे!!!!
हमने सबकी खुशियों में अपनी ख़ुशी ढूंढी
फिर भी हमारे गम से सबको शुकून क्यूँ मिला,
इस बात कि तालाश है मुझे!!!!
मैंने अकेले में भी किसी का साथ नहीं छोड़ा
फिर भरी महफ़िल में किसी ने मेरा साथ क्यूँ नहीं दिया,
इस बात कि तालाश है मुझे!!!!
सबके साथ होते हुए भी
सभी ने अकेलापन कि दुनिया क्यूँ दिखाई,
इस बात कि तालाश है मुझे!!!!
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"अनजाना एहसास"
हर किसी कि बात समझने कि कोशिश करो
हो सकता है, वो इंसान सच्चा हो
उसे बिना समझे गलत ठहराने कि गलती ना करो।
अगर उसे कोई नहीं समझ रहा
तो यार एक नई कोशिश तुम करलो
क्या पता वो अंदर से बहुत बेचैन हो
एक बार उसकी बेचैनी को तुम एहसास तो करलो।
हमारे लाख समझाने पर भी कई बार
हमें कोई नहीं समझ पाता ,
उस चिरचिरे भरे तडपन को याद करके
उस इंसान की दर्द को महसूस तो करलो।
वैसे भी ये दुनिया किसी की नहीं,
किसी एक को ही मौका देके
उसे पूरी तरह समझने कि कोशिश तो करो
हर किसी का तो दिल नहीं जीत सकते तुम
किसी एक का ही जीत सको
तो ये शुकून एक बार उसे दिलाने कि कोशिश तो करलो।
एक बार ये मौका किसी को देके तो देखो
किसी कि बेचैनी को चैन दिला के तो देखो
तुम्हें भी बेहद ख़ुशी होगी, नहीं विश्वास हो तो
एक बार तुम ये अजमा के तो देखो।
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अगर लड़ाई दूसरो से हो तो इंसान जीत सकता है,
लेकिन अगर परिवार से हो तो वो हार जाता है।-
लोगों को तस्सली दिलाकर खुद कि आँखों मे धूल झोकते हैं
हम अपनी गलतियां वक़्त रहते नहीं समझते
और जब ये वक़्त निकल जाता है ,
तो बाद मे हम हाथ मलते हैं।।-