मिले इत्तेफ़ाक से
जुड़े इत्तेफ़ाक से
इत्तेफाक से ही दूर हुए
इत्तेफ़ाक से बहोत इत्तेफ़ाक हुए
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• Instinct Writer
एक अर्से से खफा है जिंदगी हमसे
एक अर्से से खुद का ख्याल नहीं किया है
एक अर्से से रूबरू हुए नहीं खुशी से
एक अर्से से इस अर्से पर बवाल नहीं किया है-
गलियों में बच्चे एक दूजे के संग नहीं दिखते
अब पहले जैसे होली के रंग नहीं दिखते
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यूँ तो हर रंग बेमिसाल है हर रंग कमाल
कुछ अलग सी बात है जब नाम आये लाल गुलाल-
बड़े बड़े भाषण देंगे लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं
शोक जताएंगे भुखमरी पर लेकिन निवाला देने वाला कोई नहीं-
आज के दौर में सच और हकीक़त बिकते कम हैं
यही वज़ह है इन्हें लोग लिखते कम हैं-
Turning the page won't always be good...
Sometimes you need to close the book.-
Dimag man hi leta hai faisle kismat k
Ye dil hi hai jiska rvvyaa bgaavti hai-
मैं गरजता बादल
तू बहता पानी
मैं बेवक्त का किस्सा
तू एक पूरी कहानी
मैं गुमाँ में रुका
तू आस पे ठहरी
मैं मौसम बदलता
तू रोज की धूप सुनहरी-
दिलोदिमाग के दरमियाँ...
सुकून की तलाश में दोनों पर
दोनों की अलग दिशा...-