माँ,
तुम मेरी जान हो ♥️
तुम्हारा यूं उदास रहना ,
यूं बेबस दिखना,
मुझे तकलीफ देता है।
मां तुम शेरनी हो,,
बूढ़ी ही सही,, मेरी हीरोइनी हो..
मैं तुम्हें खिलखिलाते देखना चाहती हूं,,
खुश देखना चाहती हूं ,,
स्वस्थ देखना चाहती हूं..
माना कि काले बादलों का साया आ गया ,
पर मां तुम सूरज हो...
तुम्हारे किरणों से सृष्टि में जीवन है ...
तुम खिलोगी ,,
तो तुम्हारे सितारे भी चमकेंगे हैं ...
फूल भी खिलेंगे ..
फिर से बहार आएगी ..
बस,,"माँ...
इतना ही कहना था तुमसे...-
जमाने का डर।।
कि आसमां है असीम,
उड़ना है निरंतर।।
सपने मारे छलांगें,
तरंगों सा बनकर।।
कि मारे कोई कंकड़ ,
तो बन जा तू समंदर।।
कि रास्ता है लंबा,
चलना है कदम-कदम ।।
वह देख सामने तू ....
मुस्कुरा रही है खुशियां,,
पंख पसार कर।।-
साइबर कैफे हो गए हैं..।।
प्यार जताना हो तो,
स्टेटस लगाना पड़ता है,,।
रिश्तो को तोड़ना हो तो,,
ब्लॉक करना पड़ता है...।।।
आओ निकलो ..
इस वेब की दुनिया से ,,
कि खुशियां आज भी आती है..
खिड़कियों को खोल देने से ....
और ....गम भी धुल जाते हैं..,,
छत की बारिश में भीग जाने से...-
दिल यूं महफिल हुआ,
चांदनी सा शीतल..
तितली सा चंचल ...
पानी सा पावन ....
घुंगरू सा... छन छन हुआ.......।।-
बहुत कुछ..... सोचिए ,
....................समझिए,,
और फिर भी..
ना बोलिए,,,
जनाब...
यह जालिम जमाना है,,,
यहां एहसासों की नहीं..
शब्दों की कदर होती है...।।-
ना खून का रिश्ता है,,
ना रिश्तो की पहरेदारी।।
एहसासों के कुछ धागे हैं,,
जो थाम सकें तो चल...
फिर तेरी मेरी यारी।।-
दोस्त एक संगीत की तरह है ,
जब हम खुश होते हैं तो,
उसके साथ गा लेते हैं,।
और जब तकलीफ में होते हैं तो,,
उसके शब्दों को महसूस कर लेते है।
-
बिटिया,,जो तुम ना होती ,
तो मैं कैसे समझ पाती,,
एक औरत का औरत होना।।
मैं कैसे समझ पाती एक हंसी का ,
तुझमें खिलखिलाना।।
मैं कैसे समझ पाती तुझ बिन,,
पूरा हो जाना।।
Happy Women's Day❤️-