कितनी पाक होगी उसकी मोहब्बत
जो मेरे महबूब की बीबी होगी।।-
मेरे अल्फाजों से मुझको समझो मैं इतनी सुलझी हुई नहीं हूं अगर कोई सुलझाने... read more
चलो मोहब्बत को आबाद किया जाए
खुद को बर्बाद किया जाए
जो हैं ही नहीं नसीब में
उससे प्यार किया जाए।-
तेरे दिल में मेरी जान मुझे पनहा मिल जाए
तेरे इश्क में मेरी जान फना हो जाए।-
उन्हें खुद से दूर जाते देखा हैं,
किसी और की बाहों में सोते देखा हैं।
यूं तो बुला सकती थी मैं उन्हें,
पर मैंने उनके हाथों में किसी और का हाथ देखा हैं।-
उसका एक दीदार ही काफी हैं,
मुझे महीनों तक बेकरार करने के लिये।।-
अक्सर खुद में खो जाती हूं
कोई करीब आए तो रो जाती हूं
वाकिफ हूं मैं खुद की हार से
इसलिए मोहब्बत की बात आते ही चुप हो जाती हूं।।-
एक दौर लगा मुझे उसे भुलाने में
एक पल लगा उसे मुझे रिझाने में
खुदको मजबूत किया था मैने
एक पल लगा उसे मुझे ढेर में मिलाने में।-
आज ईश्क की बात हुईं किसीसे
सोचा जिक्र करू तुम्हारा फिर याद आया जो साथ नी उसकी बात ही क्यूं करनी।।-
अब ये इतवार मुझे राज नहीं आता
मेरा चांद अब बाहर नहीं आता
यूं तो कह सकती हूं मैं खुद को उसकी
पर अब ये बात मुझे राज नहीं आती।-
उनसे मिले न होते तो बेहतर होता
ये आंखे न होती तो बेहतर होता
यू तो कैद किया था हमने खुद को चार दीवारों में
आज ऐतवार न होता तो बेहतर होता।।-