एक दिन की बात है कि मैं बच्चों को दोपहर का भोजन करा रही थी की तभी बच्चों ने और रोटी की माँग की मैंने उनको भर पेट भोजन कराया, और देखा कि डब्बे में अब एक ही रोटी बची है तो मैंने उसको गाय के लिए रख दी,और मैंने दाल चावल ही सिर्फ़ खाया। फिर शाम हुई गाय आयी परंतु साथ में एक भूखा कुत्ता भी आ गया ,रोटी तो एक ही थी कुत्ते पर भी दया आ रही थी अब करूँ क्या क्योंकि मैं गाय और कुत्ता दोनों को ही खिलाना चाहती थी फिर मैंने वो रोटी कुत्ते को और गाय को पानी देकर उसके लिए कुछ बचा हुआ रसोईं में भोजन देखने चली गई।अर्थ ये है कि एक बची हुई रोटी किसी भूखे का चाहे वो पशु हो या इंसान की छोटी सी भूख मिटा सकता है,इसलिए हमें अन्न का अनादर करने से बचना चाहिए और अपने भोजन से एक रोटी ज़रूर बचाकर रखना चाहिए।।🙏🙏💐
Our spring has come with the soft laughter of flowers.. April taught us that no matter how warmth the day was but it will turn cooler a little frostiness will be felt in the breath.. It brings the promises of new beginnings, it is the month of spring means where flowers bloom so does hope.. It taught us that no matter how much trouble you face and how many problems you have just don’t lose hope…