तेरा ख्याल आता है तो आंखें बंद कर तुझे याद करती हूं
सोचकर तुझे अकेली बैठी भी मुस्कुरा दिया करती हूं
ना तुझे पाने की चाहत है ना तुझे खोने का डर, एक खुशी है
जिसे उदासी में भी अपने चेहरे पर मैं सजा लिया करती हूं
क्योंकि मैं तेरी सूरत से नहीं तेरी रूह से इश्क करतीं हुं।
Priyanka-
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इस दिल में किसी के लिए दर्द लिखाकर बैठे हैं
क्या बताए अब !
उस दर्द को भी हम सुकून सा जीने के लिए तैयार बैठे हैं
लगता है किसी से हम सची मोहब्बत कर बैठे हैं।
Priyanka-
तु बिन बोले चला गया
पता नहीं लेकिन क्यों?
एक पल में मुझसे! मुझको ले गया
यू तो मैं तुमसे कहना बहुत कुछ चाहती थी
लेकिन तेरी ख़ामोश नज़रें पढ़कर
मे खुद ख़ामोश हो गई
क्योंकि तेरी गुमशुम सी नज़रें जो झुकी थी
वो मुझसे बहुत कुछ कह गई थी।
Priyanka-
मेहंदी लगा रहीं हुं तेरे नाम की इन हाथों में
ना जाने कब होगा? तेरा हाथ मेरे हाथों में।
Priyanka-
सपनों की दहलीज पर वो डर बार-बार दस्तक दे जाता है
जिसे भुलाते है रोज़ एक नये बहाने से
फिर भी ना चाहकर याद बनकर मेरा चैन ले जाता है।
Priyanka-
खुद की खुद से ही मुलाकात करतीं हुं
कुछ बातें है खामोशियों में कैद
उनको तुझमें लिखकर!
चलों में खुद से आजाद करतीं हुं।
Priyanka-
Me : suno !
Dil : kaho.....
Me : Isaq ho gya hai kisi se ...menu esa lagda hai 😝🙈
dil : rukk ja soniyo! kithe chali tu ?
"Ye ek khubsurat bham hai
Jo barbaadiyon se mulakat hone k baad pta chalta hai. "
Priyanka-
खुद को जानने की इजाज़त
हमने खुद को भी नहीं दी ,
वहां का पता हम तुम्हें दें!
हमारे लिए ज़रा मुश्किल होगा
चलो दे भी दिया! लेकिन जाओगे कैसे?
वहां पहुंचना ज़रा मुश्किल होगा।
Priyanka
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मेरे चले जाने पर ज़र्रे ज़र्रे से
मेरे नाम का ज़िक्र कर
तु मेरी फ़िक्र ना इतनी जताया कर
फक़त मेरे दूर होने पर ही क्यों?
तु मेरे पास होने पर भी प्यार जताया कर।
Priyanka-
कुछ तो है! जिसके लिए मैं परेशान हूं
क्या है वो ? जिससे मैं परेशान हूं
पता नहीं पर मैं परेशान हूं।
Priyanka-