शीश पे गिरी बारिश की हर एक बूंद
गिरकर एक दूसरे में मिल जाती है,
मिल कर के हर एक बार एक नया नाम बनाती है,
कहना क्या चाहती है वो बूंदें हमसे?
क्या यही जिंदगी के फहमान (फलसफा) बताती है?
की गिरना या गिर कर किसी में मिलना अच्छा होता है
शायद रिश्तों में भी यही बुंदो का कारवां सच्चा होता है, जो लोगो को गिरना, गिर के उठाना सिखता है,
यही रास्तों को मंजिल, मंजिल को घर बनाता है ||
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It's a Last Call ,.Kya mujhe Ek akhri koshish karni chahiye ,ruthey ko manane ki , ja chuke ko wapas bulane ki , I know the last call was him and i have a clarification too, need permission... May I ?
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ज़िंदगी के मेले में चेहरे तो लाखों आने वाले हैं
कुछ रुकते है कुछ लौट जाने वाले है ।
तुम यारा इश्क उसी से करना
जो आर्सो बाद भी किए वादे निभाने वाले हैं।।-
चाहिए हमे भी कोई ऐसा , जिससे हम अपनी दिल की बातें कह सके ।
चाहिए कोई हमे भी ऐसा जिसपे आँख बंद करके विश्वास कर सके ।
कब तक यूँ सोच सोच अपने को तकलीफ देंगे ।
चाहिए हमे भी कोई ऐसा जो हमारी तकलीफें बाँट सके ।
सुधार सकें हमारी कुछ गलतियां , मिटा सके उन दुखों को जो अब तक हमने सहे है ।चाहिए हमे भी कोई ऐसा जो सुन्ना चाहे हमे केवल सुनाना नही ।-
चुप रहना हद से ज्यादा खराब होता है ,
क्योंकि उस समय बातों की जगह गलतफहमी का जवाब होता है ,
कोई गर करे शुरू शुरू में प्यारी बातें , तो याद रखना ।
हर उस गलतफहमी की बात के पीछे भी एक राज़ होता है , जो केवल उसका खुद का ही ख़ास होता है-
क्या लिखूं तेरे लिए, क्या कहूं तेरे लिए ।
जो भी लिखते हैं सब कम ही लगता है ,
बिना किसी को बताए बिना किसी को दिखाए हर समस्या से खुद लड़ता है , तू पिता नही परमात्मा है ,
जो हर वक्त बिखर कर भी सबके लिए सवरता है ।।-