सर्द सुनेहली धूप में जब मुझसे मिलने तुम आती हो, छोटी सी बिंदिया लगाए जब हौले से मुस्काती हो,
जब रेशमी जुल्फ़ों में से तुम्हारे झुमके झांका करते हैं, जब सुरमई आंखों से तुम मुझको निहारा करती हो, सच कहूं तो उस वक्त जन्नत से उतरी परी लगती हो जब जब सूट तुम पहना करती हो... ❤️🌸☘️🌼
Priyamvada Bhatt
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