घर में एक सज्जन पुरुष।
कह दूं उन्हें कर्मठ ,
या कहूं सहज शीतल मन ।।
वो है एक व्यक्तित्व ऐसा ।
चित शांत व चंचल जैसा ।।
वो प्रेम के मूर्ति प्यार बांटते,
लोगों का सम्मान है पाते ।
कलाकार वो अपने जगत के,
हर किरदार को बखूबी निभाते ।।
जिनका पत्रकारिता में है,
एक अहम् योगदान ।
वो हैं अतुल जी ,
जिन्हें मेरा कोटि कोटि प्रणाम ।।
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