और मुकर गए कहा करते थे,जान हाजिर है । -
और मुकर गए कहा करते थे,जान हाजिर है ।
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तुम्हें किस बात का गम हैये आंखें क्यूं नम हैं ज़िंदगी फकतचार दिन कीलगती तुम्हे क्या कम है ?!! -
तुम्हें किस बात का गम हैये आंखें क्यूं नम हैं ज़िंदगी फकतचार दिन कीलगती तुम्हे क्या कम है ?!!
दीए की लौ सी थी शख्सियत मेरी ,दिल्लगी तूफ़ान से भारी पड़ी । -
दीए की लौ सी थी शख्सियत मेरी ,दिल्लगी तूफ़ान से भारी पड़ी ।
After the storm Whether it is in surrounding or in a relationship . -
After the storm Whether it is in surrounding or in a relationship .
पिघले जो बर्फ तो पहाड़ों से गर पिघले जो गम तो आंखों से । -
पिघले जो बर्फ तो पहाड़ों से गर पिघले जो गम तो आंखों से ।
एक शाम चाय की प्याली नायाब सा ख्वाब फिज़ा बेतरतीब किताबें कुछ बेमिसाल क्या कहते हैं जनाब !!! -
एक शाम चाय की प्याली नायाब सा ख्वाब फिज़ा बेतरतीब किताबें कुछ बेमिसाल क्या कहते हैं जनाब !!!
Tackle her problems She got a brain which is bright And a soul of a knight . -
Tackle her problems She got a brain which is bright And a soul of a knight .
A road without cars And the sky without stars A home without momThe playlist without songs . -
A road without cars And the sky without stars A home without momThe playlist without songs .
बेमिसाल रखता हूं खुशियों की पूंजीथोड़ी नकद थोड़ी उधर रखता हूं । -
बेमिसाल रखता हूं खुशियों की पूंजीथोड़ी नकद थोड़ी उधर रखता हूं ।
या फिर है चुप्पी जो कारण है तकरार की जो होती है रोज अनकही सी निशब्द ।ना राज है कोई ना ही कोई हमराज ।कैसे कह दे हम हैं तुमसे नाराज ।फकत एक नज़रिए का देख तू कमाल उधर तू बेजार इधर हम जारजार । -
या फिर है चुप्पी जो कारण है तकरार की जो होती है रोज अनकही सी निशब्द ।ना राज है कोई ना ही कोई हमराज ।कैसे कह दे हम हैं तुमसे नाराज ।फकत एक नज़रिए का देख तू कमाल उधर तू बेजार इधर हम जारजार ।