स्त्री के आँसू रोकना चाहते हैं
छोड़ कर जाते प्रेमी को
वो रोकना नहीं चाहते
कभी किसी योद्धा को
अपने जीवन को बेहतर
बनाने के लिए प्रयासरत
हर व्यक्ति एक योद्धा है-
जिन्हें प्रेम होता है पंछियों से
वो कैद नहीं करते उन्हें पिंजरों में
पर उनकी उड़ान को देख
ख़ुशी तो पाते हैं!
हाँ, फूलों के प्रेमी
तोड़ा नहीं करते उन्हें
पर अपने घर में
बाग तो लगाते हैं!
तुम्हारी स्वतंत्रता, मुक्तता
से मुझे कोई बैर नहीं
बस जन्नत है मेरी भी
संग तेरे ही कहीं!!-
ये मन बावरा रंग गया,
तेरे प्रीत के जो रंग में!
मैं तंज सारे हँस के सहूं,
रहूं सदा तेरे ही संग में!
है फ़िज़ा आज रंगीन देखो,
ये वक़्त कितना हसीन देखो,
मुझे रंग लो अपने रंग में!!-
मत ढूंढो तुम मुझमें,
केवल अपना हिस्सा।
जिंदगी एक किताब है,
ना सिर्फ एक किस्सा।-
मुझे छोड़ प्रेम की राह में
अगर निकल पड़ो तुम
दूर किसी यात्रा पर
तो मांगूँगी मैं दुआएं
तुम्हारी सलामती की
किसी रोज अगर ना मिले
मुझे तुम्हारा पता
तब लिखूँगी कविता
अपने इंतजार की
जो पहुँच जाए शायद
तुम तक किसी रोज
कविताएं मेरी बनेंगी
प्रेम पत्र मेरा-
शायद अब ना आए
वो पल कभी
जो था हमारे लिए
शायद ना हो फिर कभी
वो एहसास तुम्हारे दिल में
जो था मेरे लिए
मांगना नहीं,
अब सहेजना है मुझे
बिन मांगे जो
मिला है तुमसे-
जो पूछते हैं मुझसे,दर्द से तेरा क्या नाता है?
कैसे कहूँ मैं उनसे,दर्द औरों का भी,दिल मेरा दुखाता है!
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मेरी सुंदरता तुम्हारे प्रेम का आधार नहीं
तुम्हारा प्रेम हो मेरी सुंदरता का आधार-