आज एक नारी की चीख सुनी
बहुत दूर से आ रही थी
लग रहा था कि उसका पति उसे बहुत बेरेह्मी से मार रहा है
क्यूंकि उसने शराब जो पी रखी थी
बहुत लोग दिख रहे थे उसके घर के आसपास मुझको
लेकिन एक ने भी उसे बचाने कोशिश नहीं की थी
जानवरो से उस क्रूर की तुलना करना तो पाप होगा
क्यूँकि उसमे तो राक्षस की छवि थी
वो राक्षस इतनी हिम्मत कर पाया
क्यूंकि तुझ में आत्मविश्वास की कमी थी
सोचा गहनता से तो समझा
शायद तेरे सामने कुछ मजबूरियाँ आन पड़ी थी
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