तुम्हारी कहानी में,
मैं इस कदर शामिल रहूंगी
थी एक पागल सी लडकी, जो मुझसे बेइन्तहा मोहब्बत करती थी,
खुद नाराज होकर खुद ही मान जाती थी,
मेरे गुस्से से डरती थी,
मुझे मनाने के लिए, मेरे आगे पीछे घूमती थी,
मेरी दूरी उससे बरदास्त नहीं होती थी,
पागलों की तरह मुझसे प्यार करती थी,
मेरी गलती पर भी खुद रो कर खुद ही खुद को समझा लेती,
तुम्हारी कहानी में,
मैं इस कदर शामिल रहूंगी ।
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