💫आपको और आपके परिवार को दीपावली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज की बहुत बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। भगवान से प्रार्थना है कि यह पर्व आपको और आपके परिवार को सुख समृद्धि सोहार्द एवं अपार खुशियां दे।।🪔✨
विनोद राहड़ एडवोकेट
रावतसर।-
Save trees..Rule Bishnoi
❤️Maa❤️
डूबती, गिरती आकांक्षाएं,
फिर एक बार उछल कर रह गई।
पुराणों की विधि तो केवल
एक सजावटी दृश्य बना।
और ज्योति की भागी महिलाएँ,
किसी राख के ढेर का हिस्सा बनकर रह गई।
प्रशासन की बड़ी बड़ी बाते,
आज ऊंची होकर भी मौन रह गई।
खैर ये भी एक राजनीति का हिस्सा हैं,
धर्म और जातिवाद तो अब एक पुराना किस्सा हैं।
कुकी और मैतेई के मसले में,
क्यूँ महिलाओं की बलि चढ़ाई जाएगी।
अब कुछ दिन इस पर भी राजनीति की जाएगी,
सियासी सांत्वना देकर खूब वोट बटोरे जाएंगे।
दो दिन का मेला है, फिर शांति के झूठे गीत गाए जाएंगे,
शायद मीडिया वाले भी कल परसों तक लौट आएँगे।-
दर्द का तो शहरयार हूँ,
मग़र मुस्कराहट को लबों से
लगाएं बैठा हूँ।
तुम रुतबे की क्या बात करते हो ग़ालिब,
मैं तो शायद अपने हक़ भी गंवाए बैठा हूँ।-
इस बग़ावत के दौर मे,
एक तहज़ीब सा हूँ मैं।
कभी हूं उजाला थोड़ा,
तो कभी अंधेरे के करीब सा हूँ मैं।
अब जैसा भी हूँ, रहूँगा तो तेरा ही
माना थोड़ा अज़ीब सा हूँ मैं।-
क्यूँ अक्सर आख़िरी उम्मीद टूट जाती हैं,
क्यूँ ये जिंदगी हम से रूठ जाती हैं।
ऐ ख़ुदा क्यूँ तू अर्जियां सुनता नहीं हैं,
खुशी के पल में भी मन अब ख्वाब बुनता नहीं हैं।
बड़ी मेहनत के बाद भी मंजिले पार नहीं की जाती हैं,
बड़ी ही दिलचस्प कहानी हैं ख़ुदा
कि तेरी ही खिदमत में राजनीति खेल ली जाती हैं।
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बड़ी भीड़ थी आलम,
आज रावण को जलता देखने की।
दुनियां जय सियाराम के नारे लगाती रह गई,
और एक सज्जन अपनी चिलम से आग लगा आया।-
वो टूटता तारा
क्या हाल बयां कर गया है...
ख़ुशी के मरहम पर
वो गहरा मर्ज हरा कर गया है...
जान न सका उस दर्द को कोई
उस चहरे की अदाकारी बड़ी खूबी थी...
बस दिमाग था जो चालाकी कर गया
वरना जिंदगी तो ए मेरे यार बड़ी मासूम थी।-