Pritibardhan Nayak   (✒️pritibardhan✒️)
6 Followers · 10 Following

Joined 5 July 2020


Joined 5 July 2020
12 MAR 2021 AT 0:08

आज का ही दिन था
हम भी किसी के लिए दिया जलाने बैठे थे।
मंदिर के प्रांगण में दिया तो जला दिया
पर मोहब्बत के लिए उसके दिल में थोड़ा सा प्यार नहीं जगा पाया।
इसीलिए आज हाथ में दिया भी नहीं है
और उसको पाने के लिए मेरे दिल में चाहत भी नहीं है।

-


24 SEP 2020 AT 19:21

तेरी वो कानों की झुमके तेरी वो पैरों की पायल
तेरी वो प्यारी सी मुस्कान करता है मुझे घायल।
तेरी वो माथे की बिंदी तेरी वो भोली सी सूरत
पर हम क्या करें प्रिये जब तुम हो और किसी की अमानत।

-


21 SEP 2020 AT 10:04

प्यार करने के लिए ज़ज्बा चाहिए पर ज़ज्बात हमारा जागता ही नहीं
नशा करने के लिए शराब चाहिए जो ताला बंदी में मिलता ही नहीं

-


18 SEP 2020 AT 18:54

तेरी वो आँखों का maskara
तेरी वो घने जुल्फों की छाए
पर क्या करे यह दिल ❤️ बेचारा
जब तुम्हारी दिल और किसी को चाहे।

-


18 SEP 2020 AT 12:59

हिन्दुत्व के नारा देते हो खुद को संत बताते हो
पर यह देश है सभी धर्मों का क्यों साम्प्रदायिकता फैलाते हो
हम भी हिन्दू है और राम को भी पूजते है
पर तुम तो लोगों के भावनाओं से खेलते हो
और हर जगह भगवा फैलते हो ।
भगवा हमे भी पसंद है अगर तुम छत्रपति होते
पर तुम तो पूरे धनपति के निकले
और खुद को ग़रीबों की मसीहा बताते हो।
समझने को इशारा काफ़ी है।

-


17 SEP 2020 AT 12:21

काश यह मोहब्बत किरदार देख के होता
हमारा स्वभाव इतना नेक ही हमे मोहब्बत ही नहीं होता।

-


17 SEP 2020 AT 11:21

लाखों रुपये की मुस्कान ले कर वो बस्ती में भी जी रहे हैं
हम मकान में रह कर भी लाखों रुपये के लिए तरस रहे हैं

-


16 SEP 2020 AT 20:32

हम उसके हर अदाएं पर मर रहे थे
और वो है कि किसी और के ख़्यालों पे जी रही थी ।

-


15 SEP 2020 AT 21:09

हे जिंदगी तू क्या चीज है आज तक समझ नहीं सका मैं
कभी तू अपना सा लगता है तो कभी पराया सा
पर हे तो तू मेरा मासूम सा जिंदगी तुझे छोटा सा दर्द देकर
कैसे जी सकूंगा बाकी आधा सा बची हुई जिंदगी मैं।

-


Seems Pritibardhan Nayak has not written any more Quotes.

Explore More Writers