Priti yadav   (प्रीति यादव)
394 Followers · 65 Following

read more
Joined 5 August 2018


read more
Joined 5 August 2018
29 JAN 2023 AT 0:04

आदमी और ज़िंदगी में
ज़िंदापन को......
ये सन्नाटों की दीवारें
धूप की मीनारें
खूब पहचानती हैं
इन आँखो के रोमांच पर
पसीने का रोमांस
अपना हक़ जताती है
आदमीयत को जानती है

..
ज़िंदगी! तुम सबमें रहना|
आदमी! तुम दिखते रहना|

-


22 DEC 2021 AT 9:14

تیری مجھے ہی جست اور جو
کردی گا جو تو ایک نذر
رنگ عشق کے جینگے گھل

-


19 OCT 2021 AT 23:37

इस उम्र के सौदे में
जिस्म कितना झेलता है!
सांस-सांस खेलता है
वक़्त-वक़्त ठेलता है

-


17 AUG 2021 AT 12:03

वो अजनबी भी ना रहें
अपनाइयत के अक़्स भी ना रहें

.....

लब्ज़ों और धड़कन के दरम्यां
हलक में कैद कुछ शख्स रहें

-


23 MAY 2021 AT 10:15

कहाँ साया ढूंढता?
.....
मेरे हिस्से का धूप🌞

-


14 MAY 2021 AT 19:48

सितारों के शहर से उतर गया
चाॅंद ज़ेहन में मेरे ठहर गया

-


12 MAR 2021 AT 12:56

शर्तों के उरूज पर तो
ग़मों का आशियाना है
मुस्कुराहटों का लिबास
इन रूहों का पैमाना है

-


7 MAR 2021 AT 22:05

मेरे अजनबी....
मुझे आशना ना बना!

मेरे अक़्स का
बेसबब आईना ना बना!

-


8 FEB 2021 AT 10:57

आरज़ूओं के मलबे पर
इमारत-ए-इश्क़ बनवाया है
महबूब अपने नाकामियों पर
बाज़ दफा पछताया है

-


31 DEC 2020 AT 11:02

ना लौट कर आना
ना दूर चले जाना
कुछ कदमों ने चुना
बस चलते ही जाना

कैसा होता है?
सफ़र-ए- आख़िरात पर रोना
ये बात बस मुसाफ़िर ने जाना

-


Fetching Priti yadav Quotes