ये आकाश हमारा है,
सब प्रकाश हमारा है..
ये सदियों से हमारा था
ये सदियों से हमारा है
तुम्हारे साये में हम महफूज़ रहते हैं
तू पिता के साये जैसा है
गर्व से हम कहते हैं..
तुमने हमें सहना सिखाया,
हृदय का विस्तार सिखाया...
ये आकाश हमारा है,
सब प्रकाश हमारा है।।-
Priti Singh
(प्रीत)
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स्टडी इन हिंदी लिटरेचर
लिखने से प्रेम है मुझे....
लिख न पाऊ जिस दिन,कुछ अधूरा सा लगे हैं...
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लिखने से प्रेम है मुझे....
लिख न पाऊ जिस दिन,कुछ अधूरा सा लगे हैं...
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Joined 7 April 2020
14 APR 2020 AT 7:51
6 FEB 2021 AT 15:35
सुना है अधूरा काम पूरा करने आएगा,
मरने पर मिरे,वो भी मिट्टी देने आएगा!
जो कर न सका जीते -जी वफ़ा मिरे,
मरने पर कफ़न वफ़ा का देने आएगा!!
-
28 JAN 2021 AT 13:25
तुमने मुझे खोकर क्या -क्या खोया पता नहीं...
मैंने तुम्हें खोकर इक नई ज़िंदगी ज़रूर पा ली!-
25 JAN 2021 AT 15:02
एक... उससे भरोसा क्या उठा कि,
हर रिश्ते पे भरोसा करना भूल से गए हम!-
25 JAN 2021 AT 11:31
ज़मीं भी कुछ थमी सी है
आसमां भी कुछ झुका सा है...
बीते दिनों की बात है,जब
हलचल कुछ हुई थी!
-
21 JAN 2021 AT 10:54
आप जितना सोचते हैं..
ज़िंदगी उससे कहीं ज़्यादा बेहतर है...
अपने जीवन को सीमाओं में मत बाँधिए.
आप उससे भी अधिक क्षमतावान है,
जितना आप सोचते हैं!-