मणिकर्णिका घाट देखकर ये विचार आया ........
मरना क्या सिर्फ शरीर से होता है?
मरना क्या सिर्फ मन से होता है?
मरना क्या सिर्फ किसी के मान लेने से होता है?
मरना तो तब होता है,
जब आप जीवन जी नहीं रहे हो
मरना तो तब होता है,
जब आपकी आत्मा ही आपकी ना रहे,
मरना तो तब होता है जब आप रुक जाते हो,
मरना तो तब होता है जब आप घुट रहे हो,
मरना तो तब होता है,
जब आपको खुद का ही पता ना हो।
मरना तो तब होता है,
जब मुस्कुराओ और वो झूठ की पहचान होता है
मरना किसी के लिए कब होता है?
कौन मरता है किसी के लिए
मरता भी तो स्वयं के लिए ही है
मरता है खुद को बर्बाद करके
मरता है रोज़-रोज़, दुसरो से डर के
तो मरना सिर्फ शरीर का नहीं.
मरना तो वो है कि आभास नहीं,
की मर रहे हो हर रोज-
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गलत/सही
गलत नहीं था मेरा मिलना तुझसे ,गलत नहीं था आगे बढ़ना मेरा
हद से गुजर जाना मेरा,गलत नहीं था कि मैंने तुम्हें मांगा था रब से
गलत नहीं था मेरा तुझे सब मान लेना, तुझे सब कुछ सौप देना,.
देखना सपने तेरे लिए, तुझमें खुद को खोए हुए,
तेरी बाहो मे सोए हुए, तेरे लिए रोये हुए
क्योंकि तुमने भी इकरार किया था,
कहते थे सिर्फ मुझसे ही अब प्यार किया था
कहते थे कुछ गलत नहीं लगता तुम्हारे साथ
रिश्ता लगता है सब सच तुम्हारे साथ
लैकिन आज ग़लत-सही मे आज रिश्ता है मेरा ग़लत
मेरा रुकना है गलत ,मेरा तेरे साथ ख्वाब देखना है गलत
ग़लत सही मे, मैंने भी सही चुना है.
खुद हूं गलत इसलिए आज खुद को ही छोड़ दिया है
ख़ुद से कोई शिक़ायत नहीं है,
लेकिन खुश हूं मैं तुम्हें अब उल्झा हुआ ना देखकर
ख़ुश हूँ, तुम्हें जिसमें शांति मिले वो ,वो सब करता देख कर
अब शांत रहो, ख़ुशी से रहो
जहां भी रहो, बस खुश रहो.
मैं भी खुश हूं, अपनी ख़ुशी में-
मानती हूं शिव तुमको।
त्याग दूंगी सबको सती के जैसे
चाहिए बस अब तुम ही तुम
करूंगी इंतज़ार, पार्वती के जैसे
शिव है मेरे अन्दर समाये,
और कोई रास ना आये
नहीं मिलोगे तुम मुझको
ये मेरा दिल और मन ना अपनाये
आज नहीं, तो कल मिलोगे,
कल नहीं तो साल भर बाद
नहीं मिले तब भी तो
जीवन भर के है अब इंतज़ार
मेरे शिव हो तुम
कब तक मुझसे दूर रह पाओगे
मैं बसी हू भीतर तुम्हारे
है यकीन अपने ध्यान पर,
भोले के जैसे, सती मे ही मिल जाओगे।
-
तुम्हारे कहने से नहीं,
तुम्हारे अंदाज़ से है जान पाये।
तुम्हारी तलाश मैं हूं,
पर वो इंतज़ार भी अब ख़तम ना हो जाये।
कि तुम्हें चाहकर, तुम्हें पाने की ख्वाहिश ही मिट जाए।
तुम मुझे चाहोगे एक दिन टूटकर,इसलिए रुकें हैं
तो चलो तुम्हारा ये भ्रम भी टूट जाए
ख्वाहिश इतनी सी है तुमको ले कर
कि काश ऐसा हो जाए,
मैं देखता रहु तुमको रात-दिन,
ऐ जिंदगी यूंही गुजर जाए।-
सिर्फ तुम ही तुम हो मेरे जहां मे।.....
बस ऐसी ही जिंदगी चाहिए साथ तुम्हारे ,
पास रहु मैं, और साथ तुम्हारे।
सिर्फ तुम हो, मेरे जहां मे ,
फोन भी ना हो दरमिया हमारे।
मैं कुछ कहूं, तो तुम चुप ना हो जाओ।
तुम जो रूठो तो, मैं तुम्हे मनाऊ
बस ऐसे ही चलना है साथ तुम्हारे
सिर्फ तुम ही तुम हो मेरे जहां मे।
पागल हूँ थोड़ी, नादान भी हूँ,
सब बात बता सको, इतनी समझदार भी,
हो जाओ जुदा तो, मर ना जाऊ यहाँ मे
सिर्फ तुम ही तुम हो मेरे जहां मे।
समझती हूँ हर बातो को तुम्हारी,
लेकिन कभी ना समझु तो
समझाना छोड़ मत देना,
डरती हूँ खोने से,कभी तुम मेरा हाथ छोड़ मत देना
क्योंकि कोई नहीं है सिवा तुम्हारे
सिर्फ तुम ही तुम हो मेरे जहां मे। ।
सुकून भी हो, बेकरारी भी
चैन भी हो, खुमारी भी.
सब कुछ यू ही रहे यहा पे
सिर्फ तुम ही तुम हो मेरे जहां मे।-
प्रेम में मिलना जरूरी नहीं
किसी से जलना जरूरी नहीं
बात करना भी जरूरी नहीं
याद करना भी जरूरी नहीं
सोचना भी जरूरी नहीं
सच ये है कि फिर वो ही जरूरी नहीं-
साथ आसान नहीं चल पाना मेरे,
मैं जैसी हूं, वैसी ही अपनाना मुझे
हर चीज़ को समझना तुझे
हर चीज मे उलझ जाना मुझे-
THAT ...
I don't have a car
I don't have a bike
I have a peaceful aura, an innocent smile, a good heart, and an emphatic personality, growth mindset, and healthy body & supporting family, friends & mentors to guide.
I have nothing which you ever thought but
I have everything I need that's is beautiful life.-
क्या हम सिर्फ दोस्त नहीं हो सकते......?
वो पूछते है कि तुम सिर्फ क्या दोस्त नहीं हो सकते?
क्या कुछ भी ना करु, मेरे साथ हो चल सकते,
क्या कभी ना मिलु तुम्हें, फिर भी तुम प्यार हो कर सकते
तो सुनो, मुझे तुम्हारे प्रेमी से सिर्फ दोस्त बनने का कोई इरादा नहीं,
जहां मैं अपने प्यार को छुपाऊं,
दोस्ती की आड़ में खुद को दिन रात में जलाऊ,
तुम हो जाओ किसी ओर के, और मैं तुमसे कुछ भी ना कह पाऊ,
इससे कहीं अच्छा है, कि मैं तुम्हें खुश देखकर,
खुद भी मुस्कुराऊ
स्वयं ही तुम्हारी जिंदगी से दूर चली जाउ।
अपने प्रेम को अपने जीवन का हिस्सा बानाउ
तुम कभी न मिलो लेकिन मैं फिर भी खुल कर तुम्हें चाहु
तुम्हारी ख़ुशी ज़रूरी है मेरे लिए,
इसलिए तुम जिसके भी साथ खुश हो।
उसके साथ मैं तुम्हें हमेशा के लिए छोड़ जाउ।
तुम्हें न गिरने दूं, तुम्हारी निगाहों में
फिर चाहे खुद को बदनाम मैं कर जाऊ...-
खबर है मुझे की......
खबर है मुझे की ,तुम्हे हम सता रहे हैं
उल्फत नहीं है मुझसे, इसलिए अभी से नज़रे चुरा रहे हैं
किसी ओर का होते देख तुझे ,
वो दर्द नहीं सह पाएंगे
दूर हो कर भी तुझे हम भुल नहीं पाएंगे
जब भी मिलोगे खुशियों की बाते ही बताएंगे
मुस्कुराते तुम्हें देखने की चाह मे आगे निकल जाएंगे
अब गए तो वापस लौटकर नहीं आएंगे
धीरे-2 तुझको परेशान करते जा रहे है
हर चीज के लिए खुद को कुसुरवार ठहरा रहे हैं
इसलिए ही तुमसे नज़रे चुरा रहे हैं।
मुझे तुम्हारी ख़ुशी चाहिए, कोई चीज़ नहीं।
इसलिए तुम्हे तुम्हारे दोस्तों के हवाले किये जा रहे हैं।-