अब जागने की जद्दोजहद में, अपनी नींदें बर्बाद नहीं करती
करवटों की जगह नींदे मैं अब, सुकून की लिया करती हूँ।
अब किसी की ख़ातिर, अपनी ख़ुशियाों से दगा न करके मैं
जैसी ख़्वाहिश है जीनें की मुझे, बेहिसाब जिया करती हूँ।- Pritam Singh Yadav
16 APR 2023 AT 5:19