प्रीतम
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कलाम का शिष्य,अटल का विचार हूं मैं
मीरा का गिरधर और राधा का प्रीतम ह... read more
थर-थर कांपे दुश्मन ऐसे भागे
महाराणा जब अपनी तलवार चलाए
चेतक ऐसा मुड़-मुड़ जाए
महाराणा जैसे दुश्मन की गर्दन उड़ाए
हल्दी घाटी रक्त से लाल-लाल हो जाए
महाराणा की आँख से दुश्मन कहां बच पाए
भागा-भागा अकबर पीछे अपनी फ़ौज भगाए
महाराणा जब ऐसे अपना भाला उठाए
महाकाल रण में ऐसी अलख जगाए
दुश्मन को जब महाराणा थर-थर कपाएँ
चेतक भी ऐसी दौड़ लगाए
दुश्मन को लहू के आंसू रुलाए।।
Pritam rathod
शत शत नमन हर वक़्त नमन
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संकट में अड़ जाए
अपने बच्चों के लिए
सारी दुनिया से लड़ जाए
खुद सारी रात भूखी सो जाए
अपने बच्चों को पेट भर
खाना खिलाए।।
हर रंग परिवार पर लुटा दे
एक सारी में सालों निकाल दे
अपने बच्चों को नए-नए रंग दिखाएँ।
नंगे पांव मिलों तक चल जाए
अपने बच्चों को सिर पर बैठाए।।
पिता की डांट से ऐसे बचाए
बिस रुपये देकर स्कूल छोड़ आए।।
माँ के लिए जितना लिखों कम है
माँ से ही तो हम है।।
Pritam rathod
Happy Mother's day
मातृत्व दिवस की अनन्त शुभकामनाएं।।
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कभी भी भगवान से ये मत कहों
की मेरे दुःखो को हर लो खत्म कर दो
बल्कि ये कहों की प्रभु जितने भी दुःख हो
मुझे उनसे लड़ने की शक्ति दो।
pritam rathod-
किसी के साथ selfie में
खड़े रहों या न रहों
लेकिन उसके दुःख में
हमेशा साथ रहों।।
pritam rathod-
''काश ऐसा भी होता"
Computer की तरह
अपनी खुशियों को भी
bookmark कर सकते
ताकि जब भी दुःखी होते
उन्हें देखकर फिर खुश हो जाते!!
Pritam rathod-
समंदर में पानी
ऐसे ही नहीं बहता
हर किसी के दिल में
कोई ऐसे ही नहीं उतरता।।
Pritam rathod-
दुश्मन के लहू को सरेआम बर्बाद कर गए.
हँसते-हँसते फांसी पर चढ़ गए.
सिर्फ लहू नहीं है ज्वालामुखी का उबाल है
ये सबको बता गए.
अपना सारा जीवन वतन के नाम कर गए.
शत-शत नमन हर वक़्त नमन
प्रीतम राठौड़
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