PRINSU PANJAR   (प्रिंशु पाँजर "आदित्य")
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Joined 11 May 2017


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9 JUL 2023 AT 0:01

पास होते हुए भी, अकेला हूं!
"अकेलापन" जाने के बाद समझोगे

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22 NOV 2022 AT 5:07

नही चाहिए, सुबह सुबह Bed Tea
अपने भींगे बालो से ही जगा दिया कीजिए

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22 NOV 2022 AT 4:58

नींद नही आती रातों को,कोई उपाय बताइये
यूं न याद आ कर के,सारी रात हमे जगाइए!
बेताबी बढ़ती जा रही है इस दिल की,
दिन-ब-दिन अब इतना भी न सताइये!
हकीकत में न सही,ख्वाबो में ही
कुछ आप भी तो गुनगुनाइए !
आग तो दोनो तरफ ही लगी है
हम आपकी और आप हमारी बुझाइए!
चेहरा न सही आवाज ही
एक बार तो हमे सुनाइए !
खुद को खोल चुके हम आपके सामने
अब आप इतना भी ना सरमाइए !
खैर छोड़िये, सुबह होने को है,
हमे भी सोना है,जरा एक तरफ हो जाइए !

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21 NOV 2022 AT 2:53

दोनों के धडकनों को, आह्ट हो गई !
दोनों को एक दूजे की, चाहत हो गई !!
खोए रहते थे दोनो, खुद में ही पहले
अब एक दुजे की,आदत हो गई!
सिर्फ चंद बाते नही है,ये तो इश्क है
अब एक दुजे की,इबादत हो गई!!
अब हमदर्द बन रहे एक दुजे के
दोनो को बात करते ही, राहत हो गई!
दो जिस्म, एक जां बन रहे है अब
दोनो को एक दूजे से, मोहबत हो गई !!

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20 NOV 2022 AT 1:12

चेहरे का दीदार ना सही,कभी अपनी आवाज ही सुना दीजिए !
Txt तो देख ही लेते है,फिर भी कभी मिस्ड कॉल से भी जगा दीजिए!!
मैं ये नही कह रहा की हमे,अभी से बात करनी चाहिए
कभी Msg में ही,कोई प्यारा सा गीत तो गुनगुना दीजिए!!
जो रीत और रिवाज है,हम भी उसी पे चलेंगे
दीदार के खातिर,शादी का इंतजार भी करेंगे
नींद नही आती,कभी हाथो पे सर टिका,कोई कहानी सुना दीजिए !
चेहरे का दीदार ना सही,कभी अपनी आवाज ही सुना दीजिए !!

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18 NOV 2022 AT 0:32

होठों की लाली लिख दे या,कुछ शब्द दिखाए आँखो में
झुमके का आहट बतलाए, या शब्द उकेरे गालों पे !
वो छोटी सी बिंदी है पर, हर शब्द छोटे उसके खातिर
चेहरे का वर्णन कर दे या,फिर गजल सुनाए बालों पे !!

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18 NOV 2022 AT 0:11

सुनिए...
आप के ऊपर कोई एक कविता कैसे लिख दे हम
आपके सौंदर्य पे तो,कितनी ही कविताएं लिखी जा सकती है !

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17 NOV 2022 AT 23:59

हर किसी का ख्वाब होता है
उसे उसके सपनो का राजकुमार या राजकुमारी मिले!
हम दोनो मिलकर
सिर्फ इसी ख्वाब को हकीकत में बदल देंगे !!

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17 NOV 2022 AT 23:49

हकीकत में आप...
ख्वाबों से ज्यादा खूबसूरत है !

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11 NOV 2022 AT 6:21

बूढ़े माँ बाप को घर से बाहर निकालना
गाड़ी या कुत्ते को घर का नया सदस्य बोलना !
शायद "इसे ही आधुनिक युग कहते है"

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