ज़र्रे ज़र्रे में नूर उसका है।
हर शै में वजूद उसका है।-
Aur sikhlo mere tajurbo se.
Ye Aarzoo nahi k log,
Wah Wa... read more
ज़िंदगी में मसीह जबसे आया है,
रहमतों का बादल सर पे छाया है।
धुल गए है दाग़ गुनाहों के सब,
मैंने हुज़ूर आराम उसके पाया है।
लौटा नहीं खाली हाथ कभी वो,
मांगने जो दरबार उसके आया है।
गले से लगाओ दुश्मनों को अब,
क़लाम में हमें उसने सिखाया है।
अब रौशनी से रोशन है दिल मेरा,
अंधेरों से मुझे उसने बचाया है।
बिखरे थे जो टुकड़ों में कभी हम,
प्यार ने हमें उसके सजाया है।
'ग़नी' की साँसों में एहसास है उसका,
ज़िंदगी को नया उसने बनाया है।-
दुनियाँ की दौलत कमाकर सब गवाया।
जिसने ख़ुदा को पाया उसने सब पाया।-
बहुत पढ़े थे मोहब्बत के ख़त हमने।
दिल को छुआ बस कलाम ने तेरे।
बातों का तेरी असर हुआ कुछ ऐसा,
इश्क़ हो गया हमें बिन देखे तुझसे।-
हाल-ए-दिल मेरा तेरे आगे है
बंदा गरीब खड़ा तेरे आगे है
मैं तो हूँ तेरे फज़ल के आसरे,
मेरे सारे गुनाह तेरे आगे है
ठोकरे ही मिली है लोगों से मुझे
टूट कर बंदा गिरा तेरे आगे है।
नहीं है फ़िक्र मुझे कुछ कल की,
मेरा हर दिन लिखा तेरे आगे है।
अपना तो लिखना भी इबादत है,
मेरा हर लफ्ज़ झुका तेरे आगे है।-
जिंदगी का हर सफर आसान हो जाए।
खुदावंद तू जिसका निगेबान हो जाए।
तेरे रहम पर टिकी है ये जिंदगी,
नहीं तों कब का किस्सा तमाम हो जाए।
चाहत नहीं मुझे मशहूर होने की,
मेरा बस तेरे दीवानों में नाम हो जाए।
माफ़ करने का इख़्तियार है तुझे,
झुके जो दर पर तेरे वो बेदाग हो जाए।
सुन ले मेरे टूटे दिल की दुआ तू,
आज तुझ पर पुख्ता मेरा ईमान हो जाए।
हौसला दे अपनी राह पर चलने का,
पूरा मेरी जिंदगी से तेरा कलाम हो जाए।
दुनिया लगाए लाख इलज़ाम मुझ पर,
क्या डर जो तू मेरा तरफदार हो जाए।-
मोहब्बत करेगा मुझे कौन तेरे जैसी?
तू ने अपनी हथेली पर खोदी है सूरत मेरी-