कुछ ऐसे जख़्म हैं जो दिखाए नहीं जाते,
वो हादसे जो लोगों को सुनाए नहीं जाते।
दिल में ही रखने पड़ते हैं हमेशा के लिए,
दर्द हद से बढ़ जाए फिर भी बताए नहीं जाते।
खामोश निगाहों पर गिरा दिए जाते हैं परदे,
जज़्बातों के समंदर इस तरह तो छुपाए नहीं जाते।
इस तरह वो भी चले जाएंगे सोचा था कब,
कि जहां से लौटकर कभी जाने वाले नहीं आते।
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