मेरे इतने ख़्वाब तेरे साथ के,
तम्हारे किस्सों में, मेरा वजूद है क्या??-
ज़िक्र तुम्हारा तब भी होगा...
जब नाम मेरा कही और... जुड़ जायेगा,
ख़याल रखना तुम अपना...
ये दिल तम्हारे फ़िक्र पर... तब भी घबराएगा|-
कड़ी दोपहरी में
माँ! तेरे आँचल की छाँव
निराली है।
शीतलता का सरोवर
सुखः का भण्डार है।
माँ! तेरे हाथों का स्पर्श
निहित पूरे ब्रमाण्ड का
ऊर्जा है।
दुलार का झरना
ममता का साज़ है।
प्रकृति के असीम उपहार में,
जीवन के आधार में,
माँ! तुम्हारा अव्वल स्थान है।।-
प्रेम पर वर्चस्व मत रखो,
उसे आज़ाद छोड़ दो।।
प्रीत की डोर स्नेह से जुड़ी होती है,
ज़बरदस्ती की नज़दीकियों से नहीं।।-
आपके बेटे की प्रेमिका
आपकी बहु बन सकती है।
फिर,बेटी का प्रेम
घर की इज़्ज़त,आपके मान-सम्मान
पर अंकुश कैसे लगा देता??-
तुम ही तो हो..
मेरे सपने में..मेरे हक़ीक़त में
मेरे आज में..मेरे कल में
मेरे साँझ में..मेरे सवेरे में
तुम पास हो तो..
सब कुछ ख़ास सा होता है..
दुनियां से छिपा..
मेरे सामने..
मेरा सब से खूबसूरत राज़ होता है..
हाँ.. वो तुम हो
तुम ही हो..-
||जब तक हूं वहाँ तक का सफ़र,
तेरे ख़्याल से है
वरना..एक तरफ़ा प्यार में,
इश्क़ भी तो बस अहसास से है||
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कुछ पुराने लम्हें याद कर के
आज फिर खो गई,
तेरे प्यार में,
तुझे याद कर के....तुझे प्यार कर के......-
एक चाँद था,चाँदनी सी रात थी🌙
वो पास आने लगे,मेरा घूँघट उठाने लगे🤗
धड़कने उनकी भी तेज़ थी♥️
हाथ पे हाथ रखे,कुछ दिल की बात बताने लगे🤝
जब नज़रे मिली तो,वो भी थोड़ा शर्माने लगे😄
लबे ख़ामोसी से पास आने लगी😚
आँखे, मुरझाने लगे💏
वो चाँद और चाँदनी सी रात🌙
हम प्रेम रस में डूब के बिताने लगे🌇-